शिशु मृत्यु का रहस्यमय कारण: अचानक शिशु मृत्यु सिंड्रोम (SIDS) के बारे में पूरी जानकारी

शिशु मृत्यु का रहस्यमय कारण: अचानक शिशु मृत्यु सिंड्रोम (SIDS) के बारे में पूरी जानकारी

अक्टूबर माह को ‘अचानक शिशु मृत्यु सिंड्रोम’ (Sudden Infant Death Syndrome – SIDS) के प्रति जागरूकता के रूप में मनाया जाता है। यह एक ऐसी स्थिति है जो एक वर्ष से कम उम्र के स्वस्थ प्रतीत होने वाले शिशुओं की अचानक और अप्रत्याशित मृत्यु से जुड़ी होती है, जिसका कोई स्पष्ट कारण चिकित्सा जांच के बाद भी नहीं मिल पाता। यह मृत्यु अक्सर शिशु की नींद के दौरान होती है और इसे ‘कॉट डेथ’ या ‘क्रिब डेथ’ भी कहा जाता है, हालांकि इसका संबंध पालने या गद्दे से नहीं होता।

SIDS का वैश्विक प्रभाव और प्रवृत्तियाँ

SIDS पूरी दुनिया में शिशु मृत्यु का एक प्रमुख कारण रहा है, हालांकि समय के साथ इसमें गिरावट देखी गई है। ‘फ्रंटियर्स इन पीडियाट्रिक्स’ में जून 2025 में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, 2021 में वैश्विक स्तर पर 30,608 शिशु SIDS के कारण मरे, जिसकी मृत्यु दर 100,000 शिशुओं पर 24.16 थी। यह 1990 से 2021 के बीच 59% की गिरावट को दर्शाता है। रिपोर्ट में बताया गया कि उप-सहारा अफ्रीका जैसे निम्न सामाजिक-आर्थिक सूचकांक (SDI) वाले क्षेत्रों में SIDS का बोझ सबसे अधिक था, जबकि उन्नत स्वास्थ्य प्रणालियों वाले क्षेत्रों में इसमें उल्लेखनीय कमी देखी गई।

जोखिम कारक और संभावित कारण

SIDS की सही वजह अभी तक पूरी तरह ज्ञात नहीं है, लेकिन शोधकर्ताओं का मानना है कि इसमें कई कारकों की भूमिका हो सकती है:

  • समय से पहले जन्म या कम वजन वाले शिशु
  • पारिवारिक इतिहास (यदि पहले किसी भाई-बहन की मृत्यु SIDS से हुई हो)
  • गर्भावस्था के दौरान या बाद में धूम्रपान और शराब का सेवन
  • प्रसवपूर्व देखभाल की कमी
  • अत्यधिक गर्मी या असुरक्षित नींद की स्थिति

इसके अलावा, कुछ वैज्ञानिक मानते हैं कि SIDS के शिकार शिशुओं में मस्तिष्क के उस हिस्से का विकास अधूरा हो सकता है जो नींद के दौरान सांस लेने और जागने को नियंत्रित करता है। यह आनुवंशिक या पर्यावरणीय संवेदनशीलता से भी जुड़ा हो सकता है।

सुरक्षित नींद की आदतें और रोकथाम

यूनिसेफ के अनुसार, SIDS को पूरी तरह रोका नहीं जा सकता, लेकिन कुछ सावधानियों से इसके जोखिम को कम किया जा सकता है:

  • शिशु को हमेशा पीठ के बल सुलाएं।
  • बिस्तर में तकिया, मुलायम खिलौने, ढीली चादरें आदि न रखें।
  • शिशु के लिए उपयुक्त मौसम के अनुसार कपड़े पहनाएं, ताकि न अधिक गर्मी लगे न ठंड।
  • पहले छह महीनों तक शिशु को अपने पास लेकिन अलग बिस्तर पर सुलाएं।
  • सोने की जगह को धूम्रपान रहित रखें।
  • शिशु को सपाट और कठोर सतह पर सुलाना चाहिए।
  • “फीट टू फुट” पोजिशन अपनाएं — जिसमें शिशु के पैर पालने के किनारे को छूते हों और कंबल अच्छी तरह टक किया गया हो।

अन्य आवश्यक उपाय

  • शिशु को स्तनपान कराने से SIDS का खतरा घट सकता है।
  • समय पर टीकाकरण सुनिश्चित करें — इससे SIDS नहीं होता, बल्कि यह सुरक्षा प्रदान करता है।
  • व्यावसायिक उपकरणों से सावधान रहें जो SIDS को रोकने का दावा करते हैं।
  • दिन में शिशु को पेट के बल खेलने के लिए पर्याप्त “टमी टाइम” दें।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • 2021 में वैश्विक स्तर पर SIDS से 30,608 शिशुओं की मृत्यु हुई।
  • 1990 से 2021 के बीच SIDS से मृत्यु दर में 59% की गिरावट आई।
  • सब-सहारा अफ्रीका जैसे क्षेत्रों में SIDS का बोझ सबसे अधिक रहा।
  • पुरुष शिशुओं में 1-5 माह की उम्र के बीच SIDS की दर लड़कियों की तुलना में अधिक पाई गई।
Originally written on October 16, 2025 and last modified on October 16, 2025.

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