शहरी जीवन में प्रकृति की वापसी: नेचर-बेस्ड सॉल्यूशंस की भूमिका

तेज़ी से बढ़ते शहरीकरण और जलवायु परिवर्तन के बीच, प्राकृतिक स्थानों का ह्रास एक गंभीर चिंता का विषय बन चुका है। पक्षी, मधुमक्खियाँ, तितलियाँ और पौधे धीरे-धीरे गायब हो रहे हैं, और हरियाली से भरपूर पार्कों की जगह अब कंक्रीट के जंगलों ने ले ली है। यह केवल प्रकृति की बात नहीं है, बल्कि हमारे भविष्य की भी बात है। स्वच्छ हवा, पानी, भोजन और मानसिक सुख – ये सभी प्रकृति के उपहार हैं। ऐसे में, नेचर-बेस्ड सॉल्यूशंस (NBS) शहरी क्षेत्रों में प्रकृति को पुनर्स्थापित करने का एक स्मार्ट तरीका प्रस्तुत करते हैं।
नेचर-बेस्ड सॉल्यूशंस क्या हैं?
नेचर-बेस्ड सॉल्यूशंस (NBS) ऐसे रणनीतिक हस्तक्षेप हैं जो प्राकृतिक पारिस्थितिक तंत्रों को बहाल या सुदृढ़ करके सामाजिक चुनौतियों का समाधान करते हैं। इनमें स्कूल के मैदानों को हरित क्षेत्र में बदलना, शहरी वनों की स्थापना, नदियों को उनके प्राकृतिक प्रवाह में बहाल करना, और हरित छतों का निर्माण शामिल है। ये उपाय न केवल शहरी तापमान को कम करते हैं और बाढ़ के जोखिम को घटाते हैं, बल्कि जैव विविधता को भी बढ़ावा देते हैं।
तीन यूरोपीय शहरों में NBS का अध्ययन
एक हालिया अध्ययन, जो मई 2025 में ‘डिस्कवर सिटीज़’ जर्नल में प्रकाशित हुआ, ने फ्रांस के पेरिस क्षेत्र, डेनमार्क के आरहस, और क्रोएशिया के वेलिका गोरिका में NBS के कार्यान्वयन का विश्लेषण किया। यह अध्ययन यूरोपीय संघ के होराइजन 2020 कार्यक्रम द्वारा वित्तपोषित REGREEN परियोजना का हिस्सा था।
- पेरिस क्षेत्र: यहाँ स्कूल के मैदानों को हरित क्षेत्रों में परिवर्तित किया गया, जिससे बच्चों को प्राकृतिक वातावरण में खेलने का अवसर मिला और स्थानीय जैव विविधता में वृद्धि हुई।
- आरहस: शहर के पास वनों की स्थापना की गई, जिसमें स्थानीय समुदाय की भागीदारी से छोटे झीलें और जलधाराएँ भी शामिल थीं। यह क्षेत्र पक्षियों, कीड़ों और पौधों के लिए आश्रय स्थल बन गया।
- वेलिका गोरिका: यहाँ कुछ प्रयास जैसे नदियों की मरम्मत और छतों पर बगीचों का निर्माण शुरू हुआ, लेकिन निर्णय लेने की प्रक्रिया में केंद्रीकरण और धन की कमी के कारण प्रगति धीमी रही।
सफल NBS के लिए आवश्यकताएँ
अध्ययन से यह स्पष्ट हुआ कि NBS तभी प्रभावी होते हैं जब वे व्यापक योजनाओं का हिस्सा हों जो जलवायु, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे को एकीकृत करें। केवल कुछ पेड़ लगाना या एक तालाब बनाना पर्याप्त नहीं है। इसके लिए आवश्यक है:
- नीतिगत समर्थन: जैव विविधता को शहरी विकास की मूलभूत प्राथमिकता बनाना।
- लंबी अवधि की फंडिंग: परियोजनाओं को प्रारंभिक चरणों से आगे बढ़ाने के लिए निरंतर वित्तीय समर्थन।
- समुदाय की भागीदारी: स्थानीय लोगों की सक्रिय सहभागिता से परियोजनाओं की सफलता की संभावना बढ़ती है।
- विभागों के बीच समन्वय: जल, स्वास्थ्य, पर्यावरण और योजना विभागों के बीच सहयोग आवश्यक है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- NBS की परिभाषा: NBS वे समाधान हैं जो प्राकृतिक पारिस्थितिक तंत्रों का उपयोग करके सामाजिक चुनौतियों का समाधान करते हैं।
- REGREEN परियोजना: यह यूरोपीय संघ द्वारा वित्तपोषित एक परियोजना है जो शहरी क्षेत्रों में NBS के कार्यान्वयन पर केंद्रित है।
- शहरी जैव विविधता: शहरी क्षेत्रों में जैव विविधता का संरक्षण न केवल पर्यावरणीय संतुलन के लिए, बल्कि मानव स्वास्थ्य और भलाई के लिए भी महत्वपूर्ण है।
- भारत में उदाहरण: पुणे शहर में 2013 से 2022 के बीच हरित आवरण में कमी के कारण कार्बन अवशोषण क्षमता में 34% की गिरावट आई, जिससे बाढ़ और गर्मी के प्रभाव बढ़े हैं।