शहरी जंगलों की गोद में छिपा खजाना: शिलांग से मिला नया मेंढक ‘अमोलॉप्स शिलांग’

भारत के पूर्वोत्तर में स्थित मेघालय की राजधानी शिलांग से वैज्ञानिकों ने एक चौंकाने वाली खोज की है — एक नया मेंढक प्रजाति, अमोलॉप्स शिलांग (Shillong Cascade Frog)। यह खोज दर्शाती है कि शहरी इलाकों में भी जैव विविधता के खजाने छिपे होते हैं, जिन्हें अब तक अनदेखा किया गया है।

शिलांग में शहरी मेंढक की खोज

प्रसिद्ध जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ZSI) के वैज्ञानिकों और स्थानीय शोधकर्ताओं ने इस ‘नए विज्ञान के लिए नए’ उभयचर को 2022 और 2023 के बीच शिलांग के मावलाई क्षेत्र की उमथलोंग और उमरिंजाह जैसी घनी बस्तियों से खोजा। यह मेंढक 4,990 फीट की ऊँचाई पर बहने वाले छोटे-छोटे झरनों में पाया गया। इसकी खासियत है कि यह शहर के बीचों-बीच रहने के बावजूद अब तक वैज्ञानिकों की नजर से छिपा रहा।

अमोलॉप्स शिलांग की विशेषताएँ

अमोलॉप्स प्रजाति के मेंढक सामान्यतः झरनों और साफ पानी वाले स्थलों में पाए जाते हैं। अमोलॉप्स शिलांग अपने निकटतम रिश्तेदार अमोलॉप्स सिजू (2023 में सिजू गुफा, दक्षिण गारो हिल्स से खोजा गया) से 2-3.4% आनुवंशिक अंतर रखता है, जो इसे एक अलग प्रजाति सिद्ध करता है। इसकी शारीरिक बनावट, त्वचा की बनावट और आकार अन्य मेंढकों से अलग है, लेकिन इसकी पहचान केवल डीएनए विश्लेषण से ही संभव हो सकी।

शहरी जैव विविधता की अहमियत

ZSI की निदेशक धृति बनर्जी ने इस खोज को शहरी पारिस्थितिकी के लिए चेतावनी बताया। उन्होंने कहा कि “शहरों को हम पारिस्थितिक रूप से खाली समझते हैं, लेकिन वे असल में जीवित और संवेदनशील प्रजातियों के संग्रहालय हो सकते हैं।” अमोलॉप्स जैसे मेंढक स्वच्छ और अप्रदूषित जल स्रोतों के सूचक माने जाते हैं। इस मेंढक की उपस्थिति से स्पष्ट होता है कि शिलांग के कुछ अर्ध-जैविक वन आज भी प्रजातियों के संरक्षण योग्य हैं।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • अमोलॉप्स प्रजाति: भारत में वर्तमान में 20 अमोलॉप्स प्रजातियाँ दर्ज की गई हैं, जिनमें से 16 भारत में ही खोजी गई हैं।
  • पूर्वोत्तर भारत: पिछले दो दशकों में खोजी गई नौ प्रजातियाँ इस क्षेत्र की जैव विविधता की संपन्नता दर्शाती हैं।
  • क्रिप्टिक प्रजातियाँ: ऐसे जीव जो दिखने में समान होते हैं लेकिन डीएनए स्तर पर भिन्न होते हैं, उन्हें ‘क्रिप्टिक’ कहा जाता है।
  • ZSI की भूमिका: जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया देश की जैव विविधता के दस्तावेजीकरण और संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  • Cascade frogs: ये प्रजातियाँ झरनों और प्रवाहशील जल स्रोतों में पाई जाती हैं और पारिस्थितिकीय स्वास्थ्य के सूचक होती हैं।

अमोलॉप्स शिलांग की खोज यह सिद्ध करती है कि शहरीकरण के बीच भी प्रकृति के कई रहस्य छिपे हैं। यह खोज केवल एक वैज्ञानिक उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि शहरों की हरियाली और उनके जल स्रोत भी जैव विविधता के रक्षक हैं।

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