शेफाली वर्मा ने रचा इतिहास: विश्व कप फाइनल में सबसे युवा अर्धशतकवीर

शेफाली वर्मा ने रचा इतिहास: विश्व कप फाइनल में सबसे युवा अर्धशतकवीर

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की उभरती सितारा शेफाली वर्मा ने आईसीसी महिला वनडे विश्व कप 2025 के फाइनल में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए इस महत्त्वपूर्ण मुकाबले में उन्होंने न केवल तूफानी बल्लेबाज़ी की, बल्कि गेंदबाज़ी से भी विरोधी टीम पर गहरी चोट पहुंचाई। 21 वर्षीय इस ऑलराउंडर ने यह साबित कर दिया कि वह भारतीय क्रिकेट की नई उम्मीद हैं।

धमाकेदार शुरुआत और ऐतिहासिक अर्धशतक

शेफाली वर्मा ने स्मृति मंधाना के साथ पारी की शुरुआत करते हुए 104 रनों की साझेदारी की, जिसने भारत की पारी को मजबूती प्रदान की। उन्होंने केवल 78 गेंदों में 87 रनों की तूफानी पारी खेली, जिसमें सात चौके और दो छक्के शामिल थे। इस प्रदर्शन के साथ शफाली विश्व कप फाइनल में अर्धशतक लगाने वाली सबसे युवा खिलाड़ी बन गईं — पुरुषों और महिलाओं दोनों वर्गों में। उन्होंने वीरेंद्र सहवाग का 2003 में बनाया गया रिकॉर्ड तोड़ते हुए यह उपलब्धि 21 वर्ष और 278 दिन की उम्र में हासिल की।

गेंदबाज़ी में भी किया कमाल

बल्लेबाज़ी के बाद जब उन्हें गेंदबाज़ी की ज़िम्मेदारी दी गई, तब भी शफाली ने कमाल कर दिया। उन्होंने सिर्फ सात गेंदों में दो विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीका की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। उन्होंने सून लूस को खुद की गेंद पर कैच पकड़कर आउट किया और फिर मरिज़ान कैप को विकेटकीपर ऋचा घोष के हाथों कैच आउट कराया। यह प्रदर्शन दर्शकों के लिए रोमांचक और विपक्षी टीम के लिए चौंकाने वाला था।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • शेफाली वर्मा ने 2025 महिला विश्व कप फाइनल में 78 गेंदों में 87 रन बनाए।
  • वह 21 वर्ष और 278 दिन की उम्र में विश्व कप फाइनल में अर्धशतक लगाने वाली सबसे युवा खिलाड़ी बनीं।
  • उन्होंने सून लूस और मरिज़ान कैप के विकेट लेकर दो महत्वपूर्ण विकेट झटके।
  • भारत का स्कोर 298/7 रहा, जो महिला विश्व कप फाइनल इतिहास में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है।

भारतीय महिला क्रिकेट के लिए युगांतकारी पल

शेफाली वर्मा का यह प्रदर्शन केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं था, बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट के भविष्य की झलक भी था। उनके आक्रामक खेल ने वीरेंद्र सहवाग की शैली की याद दिला दी, लेकिन इस बार उन्होंने उन्हें भी पीछे छोड़ दिया। यह मैच भारत के लिए सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि महिला क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत थी, जिसमें आत्मविश्वास, आक्रामकता और रणनीति का अद्भुत समन्वय दिखाई दिया।

Originally written on November 3, 2025 and last modified on November 3, 2025.

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