वैश्विक नवाचार सूचकांक 2025 में भारत की प्रगति: नवाचार में स्थिर विकास, लेकिन नई चुनौतियाँ

वैश्विक नवाचार सूचकांक 2025 में भारत की प्रगति: नवाचार में स्थिर विकास, लेकिन नई चुनौतियाँ

विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO) द्वारा जारी ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (GII) 2025 में यह स्पष्ट रूप से सामने आया है कि वैश्विक नवाचार प्रणाली एक बदलाव के दौर से गुजर रही है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और क्वांटम कंप्यूटिंग जैसे क्षेत्रों में जहां तकनीकी प्रगति तीव्र है, वहीं वैश्विक अनुसंधान एवं विकास (R&D) की वृद्धि दर में गिरावट दर्ज की गई है।
2024 में यह वृद्धि 2.9% रही थी, जबकि 2025 में इसके 2.3% तक गिरने की संभावना जताई गई है, जो कि 2010 की वित्तीय मंदी के बाद सबसे निचला स्तर है।

वैश्विक स्तर पर नवाचार की स्थिति

GII 2025 के अनुसार, यूरोप दुनिया का सबसे नवाचारी क्षेत्र बना हुआ है, जहां टॉप 25 में 15 देश शामिल हैं, और टॉप 10 में छह देश हैं। स्विट्ज़रलैंड लगातार पहले स्थान पर बना हुआ है, उसके बाद स्वीडन और संयुक्त राज्य अमेरिका क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।
चीन ने इस वर्ष विशेष उपलब्धि दर्ज करते हुए नवाचार आउटपुट (Knowledge & Technology Outputs) में स्विट्ज़रलैंड को पीछे छोड़ दिया है। वह पेटेंट फाइलिंग में अग्रणी बन गया है, R&D खर्च में दूसरे स्थान पर है और कई शीर्ष वैश्विक नवाचार क्लस्टरों की मेज़बानी कर रहा है।

भारत की रैंकिंग और प्रदर्शन

भारत ने GII में पिछले कुछ वर्षों में लगातार सुधार किया है। 2020 में 48वें स्थान से बढ़ते हुए अब 2025 में भारत 38वें स्थान पर पहुंच चुका है। इसके अलावा, भारत ने निम्न-मध्यम आय वर्गीय देशों में प्रथम स्थान प्राप्त किया है और केंद्रीय एवं दक्षिणी एशिया क्षेत्र में भी शीर्ष पर है।

  • Knowledge & Technology Outputs: भारत का सबसे मजबूत क्षेत्र, रैंक #22
  • Market Sophistication: रैंक #38
  • Business Sophistication: कमजोर क्षेत्र, रैंक #64
  • Infrastructure: रैंक #61
  • Institutions: रैंक #58

क्या कहता है यह बदलाव?

GII के अनुसार, नवाचार का परिदृश्य अब केवल उच्च निवेश और बुनियादी ढांचे पर निर्भर नहीं रह गया है, बल्कि “ज्ञान सृजन”, “बाजार में उपयुक्तता”, और “तकनीकी आउटपुट” जैसे संकेतक भी बेहद महत्वपूर्ण हो गए हैं।
भारत की सफलता का प्रमुख कारण उसका डिजिटल बुनियादी ढांचा, युवा कार्यबल, और सरकार द्वारा नवाचार को प्रोत्साहन देने वाली योजनाएं हैं। हालांकि, बिजनेस इकोसिस्टम और संस्थागत समर्थन जैसे क्षेत्रों में अभी और सुधार की आवश्यकता है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (GII) हर वर्ष 139 देशों का मूल्यांकन करता है, जो 80 से अधिक संकेतकों पर आधारित होता है।
  • भारत GII 2025 में निम्न-मध्यम आय वर्गीय देशों में शीर्ष स्थान पर है।
  • चीन ने 2025 में Knowledge & Technology Outputs में स्विट्ज़रलैंड को पछाड़ दिया है।
  • R&D की वैश्विक वृद्धि दर 2023 में 4.4% से गिरकर 2025 में अनुमानित 2.3% पर पहुंच गई है।
Originally written on September 18, 2025 and last modified on September 18, 2025.

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