वैश्विक तंबाकू संकट और महिलाओं पर उसका प्रभाव: लैंसेट की समीक्षा में उठाए गए अहम मुद्दे

तंबाकू के दुष्परिणामों के बारे में दशकों से जागरूकता के बावजूद, यह अब भी विश्व स्तर पर करोड़ों जिंदगियाँ निगल रहा है। हाल ही में Lancet Respiratory Medicine की एक नीति समीक्षा रिपोर्ट ने वैश्विक तंबाकू संकट की गंभीरता और विशेष रूप से महिलाओं पर इसके प्रभाव को रेखांकित किया है।
महिलाओं के लिए तंबाकू का खतरा विशेष रूप से गंभीर
रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं में तंबाकू सेवन की प्रवृत्ति घट रही है, लेकिन पुरुषों में उच्च उपभोग वाले देशों में यदि सख्त नीतियाँ नहीं लागू की गईं, तो महिलाओं में इसका प्रचलन बढ़ सकता है। चूंकि तंबाकू जनित बीमारियाँ वर्षों बाद सामने आती हैं, इसलिए अतीत में अधिक तंबाकू सेवन करने वाली महिलाएं आज कैंसर और श्वसन रोगों से अधिक प्रभावित हो रही हैं।
कई देशों में अब स्तन कैंसर की तुलना में अधिक महिलाएं फेफड़ों के कैंसर से मर रही हैं। इसके अलावा, सेकंड हैंड स्मोक का प्रभाव भी महिलाओं पर अत्यधिक देखा गया है — 64% से अधिक ऐसी मौतें महिलाओं की होती हैं।
नई तंबाकू और निकोटिन उत्पादों से उभरता खतरा
रिपोर्ट में ई-सिगरेट और हीटेड तंबाकू उत्पादों जैसे नए निकोटिन साधनों पर भी चेतावनी दी गई है। इनके स्वास्थ्य प्रभावों पर पर्याप्त शोध नहीं है, और ये युवाओं को लक्ष्य बना रहे हैं। इनसे किशोरों में निकोटिन की लत बढ़ने की संभावना है, जिससे तंबाकू सेवन के विरुद्ध हासिल प्रगति उलट सकती है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- 2021 में तंबाकू से संबंधित बीमारियों से 73 लाख लोगों की मौत हुई।
- पिछले 30 वर्षों में 20 करोड़ लोगों की जान तंबाकू के कारण गई है।
- केवल 1.2 अरब लोग ऐसे देशों में रहते हैं जहाँ तंबाकू पर सर्वोत्तम कर नीति लागू है।
- WHO की MPOWER रणनीति को पूर्ण रूप से लागू करने से वयस्क धूम्रपान दर में 7% से अधिक की कमी संभव है।
समाधान और नीति परिवर्तन की दिशा
रिपोर्ट में तंबाकू कर बढ़ाने को सबसे प्रभावी नीति बताया गया है। प्रति पैक $1 कर वृद्धि से इसकी कीमत में 42% तक इजाफा हो सकता है, खपत में 18% गिरावट आ सकती है और $190 बिलियन की वैश्विक आय उत्पन्न हो सकती है।
धूम्रपान निषेध कानूनों से हृदय और श्वसन रोगों में अस्पताल में भर्ती की दरों में 17% तक गिरावट देखी गई है। ग्राफिक हेल्थ चेतावनियाँ अब 110 देशों में लागू हैं, जिससे 5.1 अरब लोगों को सुरक्षा मिली है।
लैंसेट की समीक्षा स्पष्ट करती है कि यदि तंबाकू नियंत्रण की सभी नीतियों को समन्वित रूप से लागू किया जाए, तो सार्वजनिक स्वास्थ्य में बड़ा सुधार संभव है — विशेषकर महिलाओं और अन्य कमजोर वर्गों के लिए। यह केवल स्वास्थ्य का मुद्दा नहीं है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक न्याय का भी विषय है।