वैज्ञानिकों ने बाह्य गृह से पहला संभावित रेडियो सिग्नल मिलने का दावा किया

वैज्ञानिकों ने बाह्य गृह से पहला संभावित रेडियो सिग्नल मिलने का दावा किया

हाल ही में वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने सौर मंडल से बाहर से एक ग्रह से पहला रेडियो संकेत प्राप्त करने का दावा किया है। इन वैज्ञानिकों के अनुसार यह सिग्नल 51 प्रकाश वर्ष दूर एक बाह्य ग्रह प्रणाली से प्राप्त हुआ है।

मुख्य बिंदु

नीदरलैंड्स में स्थित एक रेडिय टेलिस्कोप की सहायता से वैज्ञानिकों की टीम ने ताऊ बूट्स स्टार-सिस्टम से उत्सर्जित विस्फोटों का पता लगाया है। इसके लिए लो फ्रीक्वेंसी ऐरे (LOFAR) नामक एक टेलिस्कोप का उपयोग किया गया है। वैज्ञानिकों की इस टीम का नेतृत्व अमेरिका की कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के  शोधकर्ताओ ने किया है।

इस टीम ने कैंसर और अप्सिलॉन एंड्रोमेडे सिस्टम में  बाह्य ग्रहों से अन्य संभावित रेडियो-उत्सर्जन की घटनाओं का भी अवलोकन किया। हाल ही में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि ताऊ बूट्स एक्सोप्लैनेट सिस्टम से प्राप्त रेडियो सिग्नेचर काफी महत्वपूर्ण है। इस अध्ययन का प्रकाशन “Astronomy & Astrophysics” नामक पत्रिका में हुआ है।

बाह्य ग्रह क्या हैं?

हमारे सौरमंडल से बाहर के ग्रहों को बाह्य ग्रह (exoplanet) कहा जाता है। बाह्य ग्रह की अवधारणा का पहला संकेत 1917 में प्राप्त हुआ था और 1992 में इसकी हुई थी। गौरतलब है कि दिसंबर 2020 तक 4,379 बाह्यग्रहों की पुष्टि की जा चुकी है।

LOFAR (Low Frequency Array)

यह नीदरलैंड का एक बड़ा रेडियो टेलीस्कोप नेटवर्क है, इसका निर्माण 2006-2012 में किया गया था। इसका संचालन नीदरलैंड्स इंस्टीट्यूट फॉर रेडियो एस्ट्रोनॉमी (ASTRON) की रेडियो वेधशाला द्वारा किया जाता है।

Originally written on December 21, 2020 and last modified on December 21, 2020.

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