वेस्ट बैंक में 1967 के बाद सबसे बड़ा विस्थापन, संयुक्त राष्ट्र ने दी “जातीय सफ़ाए” की चेतावनी

संयुक्त राष्ट्र ने 15 जुलाई 2025 को एक गंभीर चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनियों का जबरन विस्थापन 1967 में इज़राइल के कब्जे की शुरुआत के बाद से अब तक के सबसे उच्च स्तर पर पहुंच गया है। जनवरी 2025 में इज़राइल द्वारा शुरू किए गए सैन्य अभियान ‘ऑयरन वॉल’ के कारण अब तक लगभग 30,000 फिलिस्तीनी जबरन बेघर हो चुके हैं।

लंबे सैन्य अभियान और विस्थापन का संकट

यूएन राहत एजेंसी की प्रवक्ता जूलियट Touma ने बताया कि यह सैन्य अभियान वेस्ट बैंक के उत्तरी हिस्से में स्थित कई शरणार्थी शिविरों को प्रभावित कर रहा है और दूसरी इन्तिफ़ादा (2000 के दशक की शुरुआत) के बाद यह सबसे लंबा अभियान है। Touma के अनुसार, यह अभियान “वेस्ट बैंक से फिलिस्तीनियों का सबसे बड़ा विस्थापन” उत्पन्न कर रहा है।
यूएन मानवाधिकार कार्यालय के प्रवक्ता थमीन अल-खीटन ने बताया कि इस अभियान के तहत लगभग 1,400 मकानों को ध्वस्त करने के आदेश जारी किए गए हैं। अक्टूबर 2023 से अब तक पूरे वेस्ट बैंक में 2,907 फिलिस्तीनी इस्राइली विध्वंसों के कारण बेघर हुए हैं, जबकि 2,400 अन्य लोग — जिनमें लगभग आधे बच्चे हैं — यहूदी बसवासियों के हमलों के चलते विस्थापित हुए।

बढ़ते हमले और जातीय सफ़ाए की आशंका

पहले छह महीनों में इज़राइली बसवासियों द्वारा वेस्ट बैंक में 757 हमले दर्ज किए गए हैं, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 13% अधिक हैं। अकेले जून 2025 में इन हमलों में 96 फिलिस्तीनी घायल हुए, जो बीते दो दशकों में एक महीने में घायल होने वालों की सबसे बड़ी संख्या है।
संयुक्त राष्ट्र ने चेताया है कि इस तरह का जबरन और स्थायी विस्थापन अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है और “जातीय सफ़ाए” के दायरे में आ सकता है। ऐसी कार्रवाइयाँ मानवता के विरुद्ध अपराध मानी जा सकती हैं।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • वेस्ट बैंक पर इज़राइल का कब्ज़ा 1967 के छह-दिवसीय अरब-इज़राइल युद्ध के बाद शुरू हुआ था।
  • जनवरी 2025 में शुरू हुआ ‘ऑयरन वॉल’ अभियान वेस्ट बैंक में अब तक का सबसे लंबा सैन्य अभियान बन चुका है।
  • अक्टूबर 2023 से अब तक वेस्ट बैंक में 964 फिलिस्तीनियों की मौत और 53 इज़राइलियों की जान जा चुकी है।
  • जून 2025 में वेस्ट बैंक में बसवासियों द्वारा हमलों में घायल 96 फिलिस्तीनी, दो दशकों में सबसे अधिक हैं।

वेस्ट बैंक की स्थिति अत्यंत चिंताजनक बनती जा रही है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, यदि जबरन विस्थापन और हमले इसी तरह जारी रहे, तो यह न केवल क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत गंभीर मानवीय संकट और कानूनी दायित्वों को जन्म दे सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *