वी.ओ.सी. बंदरगाह ने एक ही खेप में 103 पवनचक्की ब्लेड संभालकर बनाया नया रिकॉर्ड
तमिलनाडु के तूतीकोरिन स्थित वी.ओ.सी. बंदरगाह (VOC Port) ने नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। बंदरगाह ने एक ही खेप में 103 पवनचक्की ब्लेड संभालकर नया रिकॉर्ड बनाया है, जो इसके पिछले रिकॉर्ड 101 ब्लेड (22 अगस्त 2025) से अधिक है। यह उपलब्धि भारत के बढ़ते हरित ऊर्जा व्यापार और वी.ओ.सी. बंदरगाह की परिचालन क्षमता दोनों को दर्शाती है।
नवीकरणीय ऊर्जा कार्गो में ऐतिहासिक उपलब्धि
यह रिकॉर्ड बनाने वाला अभियान एडिशनल बर्थ-II पर संपन्न हुआ, जहाँ MV GHT Marinas नामक पोत चीन के क़िनझोउ बंदरगाह से पहुंचा। इस ऑपरेशन के दौरान दो हार्बर मोबाइल क्रेनों की सहायता से ब्लेडों को सुरक्षित और कुशलता से उतारा गया। लॉजिस्टिक संचालन की जिम्मेदारी NTC लॉजिस्टिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने संभाली, जिसमें जहाज एजेंसी, स्टिवडोरिंग, सीमा शुल्क निकासी और जमीनी परिवहन शामिल थे।
पवनचक्की ब्लेड संचालन में तेज़ वृद्धि
वर्तमान वित्त वर्ष के अक्टूबर 2025 तक वी.ओ.सी. बंदरगाह ने कुल 2,300 पवनचक्की ब्लेड संभाले हैं, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में प्रबंधित 1,425 ब्लेड की तुलना में 61 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाते हैं। यह आंकड़ा बंदरगाह की रणनीतिक दृष्टि को प्रदर्शित करता है, जो नवीकरणीय ऊर्जा व्यापार को बढ़ावा देने और भारत के ग्रीन एनर्जी ट्रांजिशन में अपनी केंद्रीय भूमिका को मजबूत करने पर केंद्रित है।
उन्नत अवसंरचना और विशेष प्रबंधन सुविधाएँ
वी.ओ.सी. बंदरगाह ने अति-आयामी कार्गो (Over-Dimensional Cargo) जैसे विशाल पवनचक्की ब्लेडों को संभालने के लिए अपनी सुविधाओं को आधुनिक बनाया है। इन ब्लेडों की लंबाई क्रमशः 89.5 मीटर और 76.8 मीटर तक है। बंदरगाह के भीतर 1,00,000 वर्गमीटर का विशेष भंडारण क्षेत्र बनाया गया है, जो सीमा शुल्क अधिसूचित क्षेत्र में स्थित है, साथ ही बाहरी बॉन्डेड ज़ोन भी विकसित किए गए हैं। इससे बंदरगाह बड़े आकार के उपकरणों के सुरक्षित भंडारण और परिवहन में अग्रणी बन गया है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- वी.ओ.सी. बंदरगाह ने नवंबर 2025 में एक ही खेप में 103 पवनचक्की ब्लेड संभाले।
- पिछला रिकॉर्ड 22 अगस्त 2025 को 101 ब्लेड का था।
- यह खेप MV GHT Marinas पोत द्वारा क़िनझोउ (चीन) से लाई गई।
- इस वित्त वर्ष में ब्लेड हैंडलिंग में 61% वृद्धि दर्ज की गई।
भारत के हरित ऊर्जा क्षेत्र में रणनीतिक योगदान
वी.ओ.सी. बंदरगाह की यह उपलब्धि भारत के नवीकरणीय ऊर्जा लॉजिस्टिक नेटवर्क के विस्तार में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। उन्नत बुनियादी ढांचा, सुरक्षित संचालन और विशेषज्ञ लॉजिस्टिक प्रबंधन के कारण यह बंदरगाह पवन ऊर्जा उपकरणों के निर्यात और आयात के लिए एक विश्वसनीय केंद्र के रूप में उभरा है।