विश्व बैंक ने “Traffic Crash Injuries and Disabilities: The Burden on Indian Society” रिपोर्ट जारी की
विश्व बैंक ने हाल ही में “Traffic Crash Injuries and Disabilities: The Burden on Indian Society” शीर्षक से अपनी रिपोर्ट प्रकाशित की है। यह रिपोर्ट केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा 13 फरवरी, 2021 को जारी की गई थी। इस रिपोर्ट में गरीब घरों पर सड़क दुर्घटना के प्रतिकूल प्रभाव का उल्लेख किया गया है। यह रिपोर्ट भारत में गरीबी, सड़क दुर्घटनाओं, असमानता के बीच संबंधों पर भी प्रकाश डालती है।
मुख्य बिंदु
- इस रिपोर्ट में कहा गया है कि, भारत में दुनिया के केवल 1 प्रतिशत वाहन हैं। लेकिन सड़क दुर्घटनाओं में भारत की हिस्सेदारी वैश्विक मौत का 11% है।
- विश्व बैंक की रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्रामीण गरीब परिवारों के बीच सड़क दुर्घटना में मृत्यु 44% है।
- जबकि, शहरी गरीब परिवारों के बीच सड़क दुर्घटना में मृत्यु 6 प्रतिशत है।
- इस रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि निम्न-आय वाले परिवार सड़क दुर्घटना के बाद अपनी लगभग सात महीने की आय उपचार इत्यादि पर खर्च करते हैं।
- इसमें यह भी कहा गया है, एक उच्च आय वाला परिवार सड़क दुर्घटना के बाद की देखभाल पर एक महीने के वेतन से भी कम खर्च करता है।
- इस रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि, सड़क दुर्घटनाओं का सामाजिक-आर्थिक बोझ गरीब परिवारों द्वारा पूरी तरह से वहन किया जाता है।
विश्व बैंक के अनुसार सड़क दुर्घटनाओं का गरीब परिवारों पर विनाशकारी और असमान प्रभाव पड़ता है। यह परिवार को गहरी गरीबी में धकेल सकता है।
Originally written on
February 16, 2021
and last modified on
February 16, 2021.