विश्व बैंक ने अफगानिस्तान में परियोजनाओं की फंडिंग रोकी

तालिबान के देश में नियंत्रण करने के बाद विश्व बैंक ने अफगानिस्तान में परियोजनाओं के लिए फंडिंग को रोक दिया है।
मुख्य बिंदु
- विश्व बैंक ने इस बात पर भी चिंता जताई कि तालिबान का हमला अफगानिस्तान में विकास की संभावनाओं को प्रभावित करेगा, खासकर महिलाओं के संबंध में।
- हाल ही में, IMF ने यह भी घोषणा की कि अफगानिस्तान अब वैश्विक ऋणदाताओं से संसाधनों तक नहीं पहुंच पाएगा।
- अमेरिका ने अफगानिस्तान के केंद्रीय बैंक की संपत्तियां भी जब्त कर ली हैं जो देश में हैं और इसे तालिबान के लिए उपलब्ध नहीं कराया जाएगा। ‘द अफगानिस्तान बैंक’ में लगभग 9 बिलियन डॉलर का भंडार है और इसका अधिकांश भाग अमेरिका में है।
पृष्ठभूमि
विश्व बैंक ने 2002 से अफगानिस्तान में पुनर्निर्माण और विकासात्मक परियोजनाओं के लिए 5.3 बिलियन डॉलर से अधिक के राशि प्रतिबद्ध की है।
अफ़ग़ानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद तालिबान ने तेज़ी से अफ़ग़ानिस्तान के विभिन्न प्रान्तों और महत्वपूर्ण शहरों पर कब्ज़ा किया। तालिबान ने अफ़ग़ान सेना के वाहनों, हथियारों और हेलिकॉप्टर इत्यादि पर भी कब्ज़ा किया। 15 अगस्त, 2021 को राजधानी काबुल पर भी तालिबान का नियंत्रण स्थापित हो गया। इसके बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी समेत कई नेता व नौकरशाह अन्य देशों की शरण में आये हैं। तालिबान का कब्ज़ा हो जाने के बाद अफ़ग़ानिस्तान से विभिन्न देशों ने अपने राजनयिकों और नागरिकों को अपने देश वापस लाना शुरू कर दिया है।
Originally written on
August 26, 2021
and last modified on
August 26, 2021.