विश्व निशानेबाजी चैंपियनशिप में मनु भाकर और ईशा सिंह का संघर्ष, भारत को टीम सिल्वर
भारत की शीर्ष निशानेबाज मनु भाकर और ईशा सिंह महिला 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में पदक से चूक गईं, लेकिन टीम इवेंट में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक (सिल्वर) हासिल किया। काहिरा में आयोजित आईएसएसएफ (ISSF) विश्व निशानेबाजी चैंपियनशिप में यह इवेंट बेहद प्रतिस्पर्धी रहा, जहाँ अंतिम राउंड तक स्कोरों में मामूली अंतर बना रहा।
फाइनल मुकाबला और प्रमुख स्कोर
फाइनल में चीन की 20 वर्षीय याओ चियानक्सुन ने 243.0 अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीता। हांगकांग-चीन की हो चिंग शिंग ने 241.2 अंकों के साथ रजत और चीन की वेई चियान ने 221.4 अंकों के साथ कांस्य पदक हासिल किया।मनु भाकर 139.5 अंकों के साथ सातवें स्थान पर रहीं। उन्होंने 13वें शॉट में 10.7 लगाकर बढ़त बनाई थी, लेकिन अगले शॉट में 8.8 अंक आने से वह बाहर हो गईं। ईशा सिंह ने भी शुरुआती दौर में अच्छा प्रदर्शन किया और 10.7 का शॉट लगाया, मगर 14वें शॉट में 8.4 अंक आने से उनका रिद्म टूट गया और वह छठे स्थान पर रहीं।
टीम इवेंट में भारत को रजत पदक
भारतीय टीम ने कुल 1740 अंकों के साथ टीम सिल्वर अपने नाम किया। ईशा सिंह ने क्वालिफिकेशन में 583 अंक बनाए और चौथे स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। उन्होंने तीसरे राउंड में परफेक्ट 100 स्कोर किया। मनु भाकर ने 580 अंक बनाकर छठे स्थान से फाइनल में प्रवेश किया। वहीं विश्व नंबर 1 सुरुचि इंदर सिंह ने 577 अंक जुटाए, लेकिन 99 प्रतिभागियों के बीच 14वें स्थान पर रहते हुए फाइनल में नहीं पहुंच सकीं।
हालिया भारतीय प्रदर्शन और फॉर्म गाइड
मनु भाकर हाल ही में पेरिस ओलंपिक में व्यक्तिगत और मिश्रित टीम दोनों वर्गों में कांस्य पदक जीत चुकी हैं। ईशा सिंह ने नींगबो वर्ल्ड कप में स्वर्ण पदक हासिल कर फॉर्म में वापसी की थी। इस चैंपियनशिप में भारत एक स्वर्ण, तीन रजत और दो कांस्य के साथ पदक तालिका में पांचवें स्थान पर है, जबकि चीन छह स्वर्ण, तीन रजत और दो कांस्य के साथ शीर्ष पर है।अनिश भंवाला ने 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में रजत और एलेवेनिल वालारिवन ने 10 मीटर एयर राइफल में कांस्य पदक जीतकर भारत की झोली में और पदक जोड़े हैं।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- महिला 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में कुल 24 शॉट के बाद एलिमिनेशन प्रारूप अपनाया जाता है।
- टीम स्कोर तीन निशानेबाजों के क्वालिफिकेशन अंकों के योग से तय होता है।
- हांगकांग-चीन टीम ISSF में “HKG-CHN” नाम से प्रतिस्पर्धा करती है।
- भारत का सर्वश्रेष्ठ ओलंपिक रैपिड फायर पिस्टल प्रदर्शन 2012 में विजय कुमार का रजत पदक रहा।
प्रदर्शन से मिली रणनीतिक सीख
फाइनल राउंड ने यह स्पष्ट किया कि लगातार “टेन-शॉट” बनाए रखना सफलता की कुंजी है। मनु और ईशा दोनों ने कई उच्च अंक वाले शॉट लगाए, पर निर्णायक क्षणों में गलती ने उन्हें पदक से दूर कर दिया। फिर भी भारत के लिए टीम सिल्वर, भंवाला की रैपिड फायर उपलब्धि और एलेवेनिल की राइफल ब्रॉन्ज यह दर्शाते हैं कि देश की निशानेबाजी टीम में गहराई और विविधता बढ़ रही है।अब कोचों का ध्यान खिलाड़ियों के शॉट-टू-शॉट रिकवरी और मानसिक दबाव नियंत्रण पर केंद्रित रहेगा, ताकि आगामी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारतीय निशानेबाजों का प्रदर्शन और भी निखर सके।