विश्व ऊर्जा परिदृश्य 2025: आईईए की चेतावनी — ऊर्जा सुरक्षा सबसे जटिल दौर में
अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) ने 11 नवंबर को जारी अपनी रिपोर्ट “वर्ल्ड एनर्जी आउटलुक 2025” में आगाह किया है कि वैश्विक ऊर्जा सुरक्षा पिछले कई दशकों के सबसे जटिल दौर से गुजर रही है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि तेल, गैस, बिजली, नवीकरणीय ऊर्जा और महत्वपूर्ण खनिजों की आपूर्ति श्रृंखलाओं में उत्पन्न बहुआयामी संकटों से निपटने के लिए देशों को तुरंत विविधीकरण और सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता है।
ऊर्जा सुरक्षा पर बढ़ता दबाव
आईईए के कार्यकारी निदेशक फातीह बाइरोल (Fatih Birol) ने कहा कि ऊर्जा सुरक्षा का संकट अब केवल तेल और गैस तक सीमित नहीं है, बल्कि यह बिजली, नवीकरणीय ऊर्जा और महत्वपूर्ण खनिजों तक फैल चुका है। उन्होंने कहा, “इतिहास में ऐसा कोई समय नहीं रहा जब ऊर्जा सुरक्षा के तनाव इतने सारे ईंधनों और तकनीकों पर एक साथ लागू हुए हों।” बाइरोल ने इसे 1973 के तेल संकट से तुलना करते हुए वर्तमान दशक को विश्व ऊर्जा प्रणाली का निर्णायक दशक बताया।
“इलेक्ट्रिसिटी का युग” और डेटा अर्थव्यवस्था
रिपोर्ट के अनुसार, यह दशक “इलेक्ट्रिसिटी के युग” की शुरुआत का संकेत है, जहाँ बिजली की मांग कुल ऊर्जा उपयोग की तुलना में कहीं तेज़ी से बढ़ रही है। वर्तमान में बिजली वैश्विक अंतिम ऊर्जा उपभोग का 20% है, लेकिन यह वैश्विक आर्थिक गतिविधियों के 40% का समर्थन करती है। खास बात यह है कि अब बिजली की मांग केवल विकासशील देशों से नहीं, बल्कि विकसित अर्थव्यवस्थाओं से भी बढ़ रही है इसका मुख्य कारण है डेटा सेंटर और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का तेजी से विस्तार। 2025 में डेटा सेंटर निवेश $580 अरब तक पहुँचने का अनुमान है, जो तेल आपूर्ति क्षेत्र पर होने वाले वैश्विक खर्च से अधिक होगा।
महत्वपूर्ण खनिज: नई सुरक्षा चुनौती
आईईए रिपोर्ट ने चेताया है कि क्रिटिकल मिनरल्स (महत्वपूर्ण खनिज) भविष्य की ऊर्जा सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा संकट बिंदु बन सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, 20 में से 19 प्रमुख खनिजों के परिष्करण (refining) पर एक ही देश का नियंत्रण है, जिसकी औसत बाज़ार हिस्सेदारी लगभग 70% है। ये खनिज सौर पैनल, इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी, एआई हार्डवेयर और रक्षा प्रणालियों के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। एजेंसी ने सरकारों से अपील की है कि वे तत्काल कदम उठाकर आपूर्ति श्रृंखला की लचीलापन (resilience) बढ़ाएँ और किसी एक देश पर निर्भरता घटाएँ, क्योंकि व्यापारिक प्रतिबंध और निर्यात नियंत्रण बढ़ते जा रहे हैं।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) ने “वर्ल्ड एनर्जी आउटलुक 2025” रिपोर्ट 11 नवंबर 2025 को जारी की।
- बिजली अब वैश्विक ऊर्जा उपयोग का 20% है, लेकिन वैश्विक अर्थव्यवस्था के 40% को चलाती है।
- डेटा सेंटर निवेश 2025 में तेल क्षेत्र पर खर्च से अधिक होने की उम्मीद है।
- 19 में से 20 महत्वपूर्ण खनिजों का परिष्करण एक देश के नियंत्रण में है।
- फातीह बाइरोल अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के कार्यकारी निदेशक हैं।
भविष्य दृष्टिकोण: नवीकरणीय ऊर्जा, परमाणु शक्ति और असमानता
आईईए का अनुमान है कि भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया 2035 तक वैश्विक ऊर्जा प्रवृत्तियों को आकार देंगे, जहाँ सौर ऊर्जा सबसे तेज़ी से बढ़ेगी। परमाणु ऊर्जा में भी लगभग एक-तिहाई की वृद्धि की संभावना है, विशेषकर स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर (SMR) तकनीक के प्रसार के कारण। हालांकि, रिपोर्ट ने चेतावनी दी है कि अभी भी 73 करोड़ लोग बिजली से वंचित हैं और सभी परिदृश्यों में वैश्विक तापमान 1.5°C से अधिक रहने की संभावना है।