विवेक मेनन बने IUCN प्रजाति संरक्षण आयोग के पहले एशियाई अध्यक्ष

भारतीय वन्यजीव संरक्षण विशेषज्ञ विवेक मेनन को इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) के प्रजाति संरक्षण आयोग (Species Survival Commission – SSC) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। यह पहली बार है जब आयोग के 75 वर्षों के इतिहास में किसी एशियाई व्यक्ति को यह पद सौंपा गया है। विवेक मेनन की यह नियुक्ति न केवल भारत, बल्कि पूरे एशिया के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में मेनन का योगदान
विवेक मेनन ने वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में कई दशकों तक कार्य किया है। वे वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया (WTI) सहित पाँच प्रमुख संरक्षण संगठनों के सह-संस्थापक हैं। विशेष रूप से हाथियों की रक्षा और उनके प्राकृतिक मार्गों को संरक्षित करने में उनका योगदान उल्लेखनीय रहा है। उनके प्रयासों से कई वन्यजीव अभयारण्यों की स्थापना हुई है और वैश्विक स्तर पर संरक्षण नीतियों का निर्माण हुआ है।
IUCN SSC की भूमिका और महत्त्व
IUCN का प्रजाति संरक्षण आयोग एक वैश्विक नेटवर्क है जिसमें 11,000 से अधिक विशेषज्ञ स्वयंसेवक शामिल हैं। इसका उद्देश्य जैव विविधता की रक्षा करना और संकटग्रस्त प्रजातियों के अस्तित्व को सुनिश्चित करना है। इस नेटवर्क का नेतृत्व करना किसी भी पर्यावरणविद् के लिए गर्व की बात है, और विवेक मेनन इस जिम्मेदारी को और सशक्त, समावेशी तथा प्रभावी बनाने का संकल्प लेकर आए हैं।
हाथियों से लेकर वैश्विक संरक्षण नीति तक
विवेक मेनन ने न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी संरक्षण नीति को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाई है। उन्होंने IUCN के भीतर कई विशेष समूहों का नेतृत्व किया है, जिनका उद्देश्य एशियाई हाथियों और अन्य संकटग्रस्त प्रजातियों की रक्षा करना है। उनके नेतृत्व में WTI ने हाथी गलियारों की सुरक्षा और अवैध शिकार के विरुद्ध प्रशिक्षण कार्यक्रम जैसे कई महत्त्वपूर्ण अभियान शुरू किए हैं।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- IUCN (International Union for Conservation of Nature) की स्थापना 1948 में हुई थी और इसका मुख्यालय स्विट्ज़रलैंड के ग्लांड में है।
- SSC (Species Survival Commission) IUCN की छह प्रमुख आयोगों में से एक है, जो प्रजातियों के संरक्षण पर केंद्रित है।
- विवेक मेनन को क्लार्क आर. बेविन अवॉर्ड, व्हिटली कंटिन्युएशन अवॉर्ड जैसे अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं।
- 2024 में उन्हें लंदन की प्रतिष्ठित लिनियन सोसाइटी का फेलो (FLS) नामित किया गया था।