वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 में एपीडा की भागीदारी: भारतीय कृषि-खाद्य निर्यात को वैश्विक मंच

वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 के चौथे संस्करण में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) ने निर्यात साझेदार के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह भव्य आयोजन नई दिल्ली स्थित प्रगति मैदान के भारत मंडपम में आयोजित हुआ, जिसमें एपीडा ने भारत के विविध कृषि-खाद्य उत्पादों की समृद्ध परंपरा और नवाचार को वैश्विक दर्शकों के समक्ष प्रस्तुत किया।
एपीडा का व्यापक प्रदर्शनी मंडप
इस आयोजन में एपीडा के मंडप में 142 प्रदर्शकों और 120 स्टॉल्स ने भाग लिया, जहाँ भौगोलिक संकेत (GI) टैग वाले उत्पाद, बासमती चावल, मोटे अनाज (मिलेट्स), जैविक उत्पाद, पशु-उत्पाद, और मूल्य-संवर्धित खाद्य सामग्री का भव्य प्रदर्शन किया गया। मंडप को विभिन्न थीमैटिक जोनों में विभाजित किया गया था, जैसे GI गैलरी, फ्रेस्का ज़ोन, बासमती निर्यात विकास फाउंडेशन स्टॉल, और BHARTI ज़ोन जो स्टार्टअप और नवाचार पर केंद्रित था।
अंतरराष्ट्रीय खरीदारों के साथ अभूतपूर्व संपर्क
निर्यात साझेदार के रूप में एपीडा ने रिवर्स बायर-सेलर मीट (RBSM) का आयोजन किया, जिसमें 68 देशों से 530 से अधिक अंतरराष्ट्रीय खरीदारों ने भाग लिया। इन खरीदारों में वॉलमार्ट, नेस्टो, अल मदीना, मुस्तफा सिंगापुर और चोइथराम जैसी प्रमुख सुपरमार्केट श्रृंखलाएँ शामिल थीं। इस आयोजन के दौरान 4,654 से अधिक बी2बी मीटिंग्स आयोजित की गईं, जिससे भारतीय निर्यातकों और स्टार्टअप्स को नए बाजारों में प्रवेश, उत्पादों का प्रदर्शन और दीर्घकालिक व्यापारिक संबंध स्थापित करने का एक सशक्त मंच प्राप्त हुआ।
लुलु हाइपरमार्केट के साथ रणनीतिक समझौता
एपीडा ने 25 सितंबर 2025 को लुलु हाइपरमार्केट LLC के साथ एक रणनीतिक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। यह सहयोग BHARTI (भारत का कृषि तकनीकी नवाचार और निर्यात सक्षम हब) पहल के अंतर्गत हुआ, जिसके माध्यम से भारतीय कृषि-खाद्य स्टार्टअप्स को जीसीसी देशों के 252 लुलु आउटलेट्स में उत्पाद प्रदर्शन, उपभोक्ता सहभागिता, और वैश्विक वितरण के लिए एक्सपोर्ट डिवीजन तक पहुँच मिलेगी।
BHARTI पहल और नवाचार पर केंद्रित सेमिनार
BHARTI पहल वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 की एक और प्रमुख झलक रही, जहाँ एक समर्पित स्टॉल और “फार्म से वैश्विक बाज़ार तक: कृषि-खाद्य निर्यात में स्टार्टअप-आधारित नवाचार” विषय पर एक संवाद सत्र आयोजित हुआ। इस सत्र में नीति-निर्माताओं, उद्योग जगत के विशेषज्ञों और नवप्रवर्तकों ने 100 कृषि-खाद्य स्टार्टअप्स को मार्गदर्शन, ब्रांडिंग, तकनीकी अपनापन और वैश्विक बाजार खुफिया के माध्यम से सशक्त करने की रणनीतियों पर चर्चा की।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- एपीडा की स्थापना 1985 में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए की गई थी।
- GI टैग भारत सरकार द्वारा उन उत्पादों को दिया जाता है जो किसी विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र की पहचान रखते हैं, जैसे बासमती चावल।
- BHARTI पहल का उद्देश्य 100 से अधिक कृषि-खाद्य स्टार्टअप्स को वैश्विक स्तर पर सशक्त बनाना है।
- वर्ल्ड फूड इंडिया आयोजन का उद्देश्य भारत को वैश्विक खाद्य व्यापार में एक प्रमुख भागीदार के रूप में स्थापित करना है।