वरिष्ठ कांग्रेस नेता शमनुरु शिवशंकरप्पा का निधन: कर्नाटक की राजनीति में एक युग का अंत
कर्नाटक की राजनीति के वरिष्ठतम नेताओं में से एक, शमनुरु शिवशंकरप्पा का 95 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने रविवार शाम 6:20 बजे, दावणगेरे के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वे लंबे समय से आयु संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे और 23 अक्टूबर से अस्पताल में भर्ती थे। उनका निधन केवल कांग्रेस पार्टी के लिए ही नहीं, बल्कि कर्नाटक के सार्वजनिक जीवन के लिए एक अपूरणीय क्षति के रूप में देखा जा रहा है।
छह बार विधायक और वरिष्ठतम जनप्रतिनिधि
शमनुरु शिवशंकरप्पा दावणगेरे दक्षिण विधानसभा सीट से छह बार विधायक चुने गए थे। वे कर्नाटक विधानसभा के वरिष्ठतम विधायक और देश के सबसे अनुभवी जनप्रतिनिधियों में से एक थे।
उनकी राजनीतिक यात्रा में एक सांसद के रूप में कार्यकाल, और कर्नाटक सरकार में मंत्री पद की जिम्मेदारियाँ भी शामिल थीं। लगातार चुनावी उपस्थिति और स्थानीय जनता से गहरा जुड़ाव उनकी पहचान थी।
कांग्रेस संगठन और समुदाय नेतृत्व में प्रभावशाली भूमिका
शिवशंकरप्पा ने दशकों तक कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (KPCC) के कोषाध्यक्ष के रूप में काम किया। वे पार्टी संगठन के संचालन, रणनीति और वित्तीय प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण स्तंभ रहे।
साथ ही, वे अखिल भारतीय वीरशैव महासभा के अध्यक्ष भी रहे — जो वीरशैव-लिंगायत समुदाय की सर्वोच्च संस्था है। वे अक्सर निडरता से अपनी बात रखते थे और कभी-कभी अपनी ही पार्टी की सरकारों की नीतियों पर भी खुलकर आलोचना करते थे, विशेषकर जब बात समुदाय कल्याण और शासन व्यवस्था की होती थी।
शिक्षा और सामाजिक सेवा में विशेष योगदान
राजनीति से परे, शिवशंकरप्पा एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद और औद्योगिक उद्यमी भी थे। उन्होंने केंद्र कर्नाटक में अनेक शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना की, जिससे शिक्षा की पहुँच और गुणवत्ता में सुधार आया।
उनका परिवार भी सार्वजनिक जीवन में सक्रिय है। उनके पुत्र एस एस मल्लिकार्जुन, वर्तमान में कर्नाटक सरकार में खनिज और बागवानी मंत्री हैं, जबकि पुत्रवधू प्रभा मल्लिकार्जुन, दावणगेरे से सांसद हैं।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- शमनुरु शिवशंकरप्पा, दावणगेरे दक्षिण से छह बार विधायक रहे।
- वे दशकों तक KPCC के कोषाध्यक्ष पद पर रहे।
- वे अखिल भारतीय वीरशैव महासभा के अध्यक्ष थे।
- निधन के समय वे भारत के सबसे वरिष्ठ विधायकों में से एक थे।
राजनीतिक और सार्वजनिक जीवन से जुड़ी श्रद्धांजलियाँ
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने उन्हें ऐसा राजनेता बताया जो आरोपों से दूर और जनकल्याण को समर्पित था। उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने कहा कि उनका निधन कांग्रेस और देश के लिए अपूरणीय क्षति है।
मल्लिकार्जुन खड़गे, एच.डी. देवेगौड़ा, बी.एस. येदियुरप्पा, सहित अनेक केंद्रीय और राज्य स्तरीय नेताओं ने शोक व्यक्त किया और उनकी सादगी, ईमानदारी और दीर्घकालिक योगदान को याद किया।
शमनुरु शिवशंकरप्पा का जीवन सेवा, शिक्षा और नेतृत्व की प्रेरक मिसाल है, जिसे आने वाली पीढ़ियाँ भी स्मरण करती रहेंगी।