‘वन्दे मातरम्’ के 150 वर्ष: महाराष्ट्र में सार्ध शताब्दी महोत्सव की भव्य शुरुआत
भारत के राष्ट्रगीत ‘वन्दे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ को महाराष्ट्र सरकार एक ऐतिहासिक उत्सव के रूप में मना रही है। मुंबई के मंत्रालय स्थित त्रिमूर्ति प्रांगण में शुक्रवार से प्रारंभ हो रहे ‘वन्दे मातरम् सार्ध शताब्दी महोत्सव’ का उद्घाटन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस करेंगे। यह समारोह भारत की स्वतंत्रता संग्राम की भावना को पुनः जीवित करने का प्रयास है।
राष्ट्रगीत का गौरवशाली इतिहास
‘वन्दे मातरम्’ की रचना 1875 में बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा की गई थी। यह गीत भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान देशवासियों की आत्मा बन गया था। इसके ओजपूर्ण शब्दों ने न केवल ब्रिटिश शासन के विरुद्ध संघर्ष को प्रेरित किया, बल्कि देशभक्ति की भावना को जन-जन तक पहुँचाया।
आज, 150 वर्षों के बाद, यह गीत न केवल हमारी सांस्कृतिक विरासत है, बल्कि राष्ट्रभक्ति का एक कालातीत प्रतीक भी बन चुका है।
भव्य आरंभ और राज्यव्यापी सहभागिता
इस महोत्सव की शुरुआत मंत्रालय में समूहगान के माध्यम से होगी, जिसमें सैकड़ों प्रतिभागी ‘वन्दे मातरम्’ का सामूहिक गायन करेंगे। यह पहल कौशल विकास, उद्यमिता और नवाचार मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा की संकल्पना है, जो स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने और राष्ट्रीय एकता की भावना को प्रोत्साहित करने हेतु प्रारंभ की गई है।
राज्य सरकार ने सभी शैक्षणिक संस्थानों, शासकीय कार्यालयों और नगर निकायों को इस अभियान में भाग लेने हेतु निर्देश जारी किए हैं।
जनभागीदारी के माध्यम से राष्ट्रभक्ति
महोत्सव के अंतर्गत न केवल संगीत कार्यक्रम होंगे, बल्कि स्कूल और कॉलेजों में निबंध लेखन, वाद-विवाद, प्रदर्शनी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। संस्कृति मामलों के मंत्री आशीष शेलार के नेतृत्व में यह गतिविधियाँ राज्य और जिला स्तर पर समन्वित की जाएँगी।
इसके अतिरिक्त, युवा पीढ़ी को जोड़ने के लिए सोशल मीडिया अभियान और रचनात्मक डिजिटल गतिविधियाँ भी चलाई जाएँगी, जिससे यह संदेश आधुनिक युग में भी गूंजता रहे।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- ‘वन्दे मातरम्’ की रचना 1875 में बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने की थी।
- महाराष्ट्र सरकार 2025 में इस गीत की 150वीं वर्षगांठ ‘सार्ध शताब्दी महोत्सव’ के रूप में मना रही है।
- मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस आयोजन का उद्घाटन मुंबई स्थित मंत्रालय में करेंगे।
- यह पहल मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा द्वारा शुरू की गई है और इसे संस्कृति मंत्री आशीष शेलार का सहयोग प्राप्त है।
एक कालजयी धरोहर की पुनर्पुष्टि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्यापक राष्ट्रीय दृष्टि के अंतर्गत, देशभर में इस गीत की 150वीं वर्षगांठ को विविध रूपों में मनाया जा रहा है। महाराष्ट्र में यह वर्षभर चलने वाला महोत्सव ‘वन्दे मातरम्’ में निहित एकता, श्रद्धा और देशभक्ति की भावना को पुनः जाग्रत करने का प्रयास है।