लॉस एंजेलेस ओलंपिक 2028 के लिए वापसी: विनेश फोगाट का संकल्प

लॉस एंजेलेस ओलंपिक 2028 के लिए वापसी: विनेश फोगाट का संकल्प

भारत की प्रतिष्ठित महिला पहलवान विनेश फोगाट ने अंतरराष्ट्रीय कुश्ती में चौंकाने वाली वापसी की घोषणा करते हुए बताया है कि वे 2028 लॉस एंजेलेस ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के लक्ष्य से सेवानिवृत्ति से बाहर आ रही हैं। यह फैसला उनके करियर की एक कठिन घटना—पेरिस ओलंपिक 2024 में अयोग्यता—के 18 महीने बाद आया है, जो उनके लिए भावनात्मक रूप से बेहद चुनौतीपूर्ण रहा।

पेरिस ओलंपिक की निराशा और संन्यास

विनेश फोगाट ने वर्ष 2024 में तब अचानक संन्यास ले लिया था जब उन्हें महिलाओं की 50 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा के फाइनल से बाहर कर दिया गया, क्योंकि वे वजन सीमा का उल्लंघन कर बैठी थीं। यह मुकाबला अमेरिकी पहलवान सारा ऐन हिल्डेब्रांट के खिलाफ होना था और भारत को स्वर्ण पदक की बड़ी उम्मीद थी। यह घटना विनेश के करियर का सबसे दर्दनाक क्षण बन गई, जिसके बाद उन्होंने पेशेवर कुश्ती से दूरी बना ली।

भावनात्मक वापसी और आत्मनिरीक्षण

अपने सोशल मीडिया पोस्ट में विनेश ने लिखा कि उन्होंने इस ब्रेक को दबाव से दूर रहने, मानसिक रूप से स्वस्थ होने और आत्मनिरीक्षण के लिए लिया। उन्होंने कहा कि भले ही वे मैट से दूर रहीं, लेकिन कुश्ती से उनका जुड़ाव कभी नहीं टूटा। अनुशासन, दिनचर्या और प्रतिस्पर्धात्मक भावना उनके जीवन का हिस्सा बनी रही, जिसने अंततः उन्हें दोबारा मैट पर खींच लाया।

नया प्रेरणा स्रोत और आत्मबल

अब 30 वर्षीय विनेश ने कहा कि उनकी वापसी स्पष्टता और आंतरिक शक्ति से प्रेरित है। खास बात यह रही कि उन्होंने अपने बेटे को अपनी सबसे बड़ी प्रेरणा और ‘चीयरलीडर’ बताया, जो इस बार उनके सपोर्ट सिस्टम का हिस्सा होंगे। उनकी इस घोषणा का खेल जगत और प्रशंसकों ने गर्मजोशी से स्वागत किया है, और इसे दृढ़ निश्चय और अधूरी आकांक्षा का प्रतीक माना जा रहा है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • विनेश फोगाट महिलाओं की फ्रीस्टाइल कुश्ती में भारत का प्रतिनिधित्व करती हैं।
  • उन्होंने 2018 एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीता था।
  • कॉमनवेल्थ गेम्स में वे अब तक तीन स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं।
  • लॉस एंजेलेस ओलंपिक वर्ष 2028 में आयोजित होने हैं।

विरासत और आगामी सफर

विनेश फोगाट भारत की सबसे सजीव और सम्मानित पहलवानों में से एक हैं। उनके नाम दो विश्व चैंपियनशिप कांस्य पदक और अनेक अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में पोडियम फिनिश दर्ज हैं। उनकी वापसी न केवल खेल जगत के लिए एक रोमांचक अवसर है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि अतीत की असफलताओं को कैसे नई प्रेरणा में बदला जा सकता है। अब सबकी निगाहें 2028 ओलंपिक की ओर हैं, जहाँ विनेश अपने सपने को साकार करने के लिए पूरी ताक़त के साथ उतरेंगी।

Originally written on December 12, 2025 and last modified on December 12, 2025.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *