लॉन्ग-हॉल ट्रक चालकों के लिए ‘अपना घर’ योजना: हाईवे पर आराम और गरिमा का ठिकाना

ट्रक चालकों की लंबी यात्राओं को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने ‘अपना घर’ नामक एक महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की है। यह पहल राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर ट्रक चालकों को आरामदायक, स्वच्छ और सुलभ विश्राम स्थल प्रदान करने के लिए शुरू की गई है।
सुविधा और गरिमा के साथ विश्राम
1 जुलाई 2025 तक, सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) ने कुल 368 ‘अपना घर’ इकाइयाँ स्थापित की हैं, जिनमें कुल 4,611 बेड की व्यवस्था है। ये इकाइयाँ राजमार्गों पर स्थित पेट्रोल पंपों पर संचालित हो रही हैं और ट्रक चालकों के लिए कई उपयोगी सुविधाएं प्रदान कर रही हैं।
प्रमुख सुविधाओं में शामिल हैं:
- आरामदायक डॉर्मिटरी आवास
- रेस्तरां या ढाबे
- स्वच्छ शौचालय और स्नानगृह
- स्व-रसोई (सेल्फ-कुकिंग) क्षेत्र
- शुद्ध पेयजल की उपलब्धता
इन सुविधाओं का उद्देश्य न केवल ट्रक चालकों को विश्राम देना है, बल्कि उनके स्वास्थ्य और सम्मानजनक जीवन की रक्षा करना भी है।
ट्रकिंग समुदाय से उत्साहजनक प्रतिक्रिया
‘अपना घर’ मोबाइल ऐप के ज़रिए बुकिंग, रजिस्ट्रेशन और डाउनलोड की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, जो इस पहल की लोकप्रियता को दर्शाती है। ट्रक चालकों से प्राप्त फीडबैक इस बात को प्रमाणित करता है कि इन विश्राम स्थलों ने उनकी यात्रा के अनुभव को कहीं अधिक सहज और आरामदायक बना दिया है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- भारत में लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्टेशन इंडस्ट्री में ट्रक चालकों की संख्या करोड़ों में है, जो देश की आपूर्ति श्रृंखला की रीढ़ हैं।
- पेट्रोलियम मंत्रालय की यह पहल केंद्र सरकार की लॉजिस्टिक दक्षता और श्रमिक कल्याण की रणनीति का हिस्सा है।
- ‘अपना घर’ सुविधा OMCs द्वारा CSR के तहत लागू की जा रही है।
- ऐप आधारित सुविधा बुकिंग डिजिटल भारत और मोबाइल कनेक्टिविटी के उद्देश्यों को भी आगे बढ़ाती है।
निष्कर्ष
‘अपना घर’ योजना न केवल एक बुनियादी ढांचे की पहल है, बल्कि यह सामाजिक गरिमा, श्रमिक कल्याण और सुरक्षित यात्रा का प्रतीक बन रही है। ट्रक चालकों को एक सम्मानजनक विश्राम स्थल देकर सरकार ने यह दिखाया है कि देश की तरक्की में अहम भूमिका निभाने वाले हर व्यक्ति की भलाई उसकी प्राथमिकताओं में है। भविष्य में इस योजना का और विस्तार न केवल भारत की परिवहन व्यवस्था को मजबूत करेगा, बल्कि ट्रक चालकों के जीवन की गुणवत्ता को भी नई ऊँचाई देगा।