लाल किला मेट्रो स्टेशन के बाहर भीषण विस्फोट, आठ की मौत
दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किला परिसर के पास सोमवार शाम एक भीषण विस्फोट ने राजधानी को दहला दिया। इस धमाके में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हुए। विस्फोट लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास शाम लगभग 6:52 बजे हुआ, जिसके तुरंत बाद कई वाहनों में आग लग गई। यह इलाका दिल्ली गेट, कश्मीरी गेट, चांदनी चौक और जामा मस्जिद जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों से सटा हुआ है।
घटना का क्रम और तत्काल प्रतिक्रिया
दिल्ली पुलिस के अनुसार, विस्फोट एक कार में हुआ जो ट्रैफिक सिग्नल पर खड़ी थी। धमाका इतना शक्तिशाली था कि आस-पास की इमारतें हिल गईं और सड़क पर अफरातफरी मच गई। फायर डिपार्टमेंट को शाम 7 बजे से पहले आपात कॉल मिली, जिसके बाद सात फायर टेंडर मौके पर पहुंचे। आग को करीब 7:29 बजे तक नियंत्रण में लाया गया, लेकिन तब तक कई वाहन पूरी तरह जल चुके थे। घायलों को लोक नायक जयप्रकाश (LNJP) अस्पताल ले जाया गया।
राहत-बचाव और जांच अभियान
धमाके के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और फायर सर्विस की टीमें मौके पर पहुंचीं। एनएसजी कमांडो ने क्षेत्र को सील कर जांच शुरू की। दिल्ली पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा ने बताया कि विस्फोट वाली कार में दो से तीन लोग सवार थे, जिनकी पहचान अभी नहीं हो पाई है। घटनास्थल से प्राप्त मलबे और सीसीटीवी फुटेज का फोरेंसिक विश्लेषण किया जा रहा है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि धमाका दुर्घटनावश हुआ या किसी आतंकी साजिश का परिणाम था।
सुरक्षा अलर्ट और प्रशासनिक कदम
घटना के बाद दिल्ली में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 और 4 को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया, हालांकि अन्य मेट्रो संचालन सामान्य हैं। उत्तर प्रदेश, हरियाणा और मुंबई पुलिस को भी सतर्क रहने के निर्देश जारी किए गए हैं। भीड़भाड़ वाले इलाकों, बाजारों और सीमावर्ती चौकियों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- घटना 10 नवंबर 2025 को शाम 6:52 बजे लाल किला मेट्रो गेट नंबर 1 के बाहर हुई।
- इस विस्फोट में कम से कम आठ लोगों की मौत और बारह लोग घायल हुए।
- सात फायर टेंडर ने आग को 7:29 बजे तक नियंत्रित किया।
- एनएसजी और दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा जांच में जुटी है।
प्रत्यक्षदर्शियों के बयान और जांच की दिशा
आस-पास के दुकानदारों और राहगीरों ने बताया कि धमाके के बाद चारों ओर धुआं फैल गया और लोग चीखते हुए भागने लगे। चांदनी चौक के व्यापारियों ने बताया कि तेज आवाज के साथ कंपन महसूस हुआ और तुरंत भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। सुरक्षा एजेंसियाँ अब वाहन के अवशेषों, विस्फोटक पदार्थ और डिजिटल फुटेज के माध्यम से यह पता लगाने में जुटी हैं कि कार में मौजूद लोग कौन थे और विस्फोटक सामग्री कहाँ से लाई गई थी।