लद्दाख के मिग ला दर्रे पर बनी दुनिया की सबसे ऊँची मोटरेबल सड़क: BRO की ऐतिहासिक उपलब्धि

भारत ने ऊँचाई वाले क्षेत्रों में आधारभूत संरचना के क्षेत्र में नया इतिहास रच दिया है। सीमा सड़क संगठन (BRO) ने लद्दाख के पूर्वी इलाके में स्थित मिग ला दर्रे पर 19,400 फीट (5,913 मीटर) की ऊँचाई पर दुनिया की सबसे ऊँची मोटरेबल सड़क का निर्माण कर लिया है। यह नया रिकॉर्ड BRO द्वारा ही बनाए गए उमलिंग ला (19,024 फीट) के पिछले रिकॉर्ड को पार कर गया है।
प्रोजेक्ट हिमांक की असाधारण सफलता
इस चुनौतीपूर्ण कार्य को प्रोजेक्ट हिमांक के तहत ब्रिगेडियर विशाल श्रीवास्तव के नेतृत्व में अंजाम दिया गया। इस परियोजना का हिस्सा रही सड़क लिकरू-मिग ला-फुकचे मार्ग को जोड़ती है, जो हानले क्षेत्र को फुकचे गांव से जोड़ता है — यह गांव वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के निकट स्थित है। निर्माण पूर्ण होने के उपलक्ष्य में मिग ला दर्रे पर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज और BRO का ध्वज फहराया गया।
माउंट एवरेस्ट बेस कैंप से भी अधिक ऊँचाई
मिग ला दर्रा अब दुनिया का सबसे ऊँचा मोटरेबल स्थान बन गया है, जिसकी ऊँचाई नेपाल स्थित माउंट एवरेस्ट के साउथ बेस कैंप (17,598 फीट) और तिब्बत के नॉर्थ बेस कैंप (16,900 फीट) से भी अधिक है। यह उपलब्धि केवल तकनीकी नहीं, बल्कि सामरिक और मानवीय दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
कठोर परिस्थितियों में हुआ निर्माण कार्य
इस क्षेत्र में तापमान शून्य से काफी नीचे चला जाता है, ऑक्सीजन की मात्रा समुद्र तल की तुलना में लगभग आधी होती है, और रास्ता बर्फीली आंधियों व ढीली मिट्टी से भरा रहता है। इन सभी चुनौतियों के बावजूद, BRO के इंजीनियरों ने बर्फीले तूफानों और मौसम की अनिश्चितता का सामना करते हुए सड़क निर्माण कार्य पूरा किया।
सीमावर्ती समुदायों के लिए वरदान
BRO के अनुसार यह सड़क हानले और फुकचे जैसे दूरस्थ गांवों के निवासियों के लिए जीवन रेखा साबित होगी, जो सर्दियों में लंबे समय तक अलग-थलग रह जाते हैं। यह नया मार्ग न केवल साल भर संपर्क को सुगम बनाएगा, बल्कि यात्रा समय को भी घटाएगा और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को सरल बनाएगा।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- मिग ला पास: 19,400 फीट, दुनिया की सबसे ऊँची मोटरेबल सड़क।
- पूर्व रिकॉर्ड: उमलिंग ला (19,024 फीट), लद्दाख में ही स्थित।
- परियोजना: प्रोजेक्ट हिमांक, BRO की ऊँचाई वाले इलाकों के लिए विशेष परियोजना।
- जलवायु स्थितियाँ: -30°C से नीचे तापमान, कम ऑक्सीजन, बर्फीली आंधियाँ।
- सामरिक महत्व: भारत-चीन सीमा (LAC) के निकट रणनीतिक पहुँच।