लखनऊ को मिला यूनेस्को से वैश्विक सम्मान: ‘क्रिएटिव सिटी ऑफ गैस्ट्रोनॉमी’ की मान्यता
लखनऊ ने अपने समृद्ध अवधी व्यंजन परंपरा के लिए वैश्विक मान्यता प्राप्त करते हुए ‘यूनेस्को क्रिएटिव सिटी ऑफ गैस्ट्रोनॉमी’ का गौरवपूर्ण दर्जा हासिल किया है। उज्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजित यूनेस्को के 43वें महासम्मेलन में यह घोषणा की गई, जिससे लखनऊ भारत का दूसरा शहर बन गया है जिसे इस क्षेत्र में यह प्रतिष्ठित स्थान प्राप्त हुआ है — हैदराबाद के बाद।
अवधी व्यंजनों को मिली अंतरराष्ट्रीय पहचान
लखनऊ की यह मान्यता उसकी विशिष्ट पाक विरासत और सांस्कृतिक गहराई का प्रतीक है। ‘नवाबों का शहर’ कहलाने वाला लखनऊ, नवाबी काल में विकसित हुए शाही संरक्षण वाले व्यंजनों के लिए विश्वविख्यात है। कबाब, कोरमा, बिरयानी और ‘दम पुख्त’ जैसी धीमी आंच पर पकाने की शैली इसकी रसोई की कला और परंपरा की उत्कृष्टता को दर्शाते हैं।
यह मान्यता इस बात का प्रमाण है कि लखनऊ की पाक कला केवल स्वाद तक सीमित नहीं, बल्कि यह उसकी सांस्कृतिक पहचान और जीवनशैली से गहराई से जुड़ी हुई है।
भारत के रचनात्मक शहरों का बढ़ता नेटवर्क
इस उपलब्धि के साथ, लखनऊ अब यूनेस्को की क्रिएटिव सिटीज़ नेटवर्क (UCCN) का हिस्सा बन चुका है, जिसमें विश्व भर के 408 शहर शामिल हैं। यह नेटवर्क सात रचनात्मक क्षेत्रों में कार्य करता है — गैस्ट्रोनॉमी, साहित्य, संगीत, फिल्म, डिज़ाइन, मीडिया कला और शिल्प।
भारत के कुल 10 शहर अब इस नेटवर्क का हिस्सा हैं, जिनमें जयपुर (शिल्प), वाराणसी (संगीत), चेन्नई (संगीत), मुंबई (फिल्म), और हैदराबाद (गैस्ट्रोनॉमी) शामिल हैं। लखनऊ का समावेश भारत की पाक विरासत को वैश्विक मंच पर और मजबूत करता है।
यूनेस्को की मान्यता की कसौटियां
‘क्रिएटिव सिटी ऑफ गैस्ट्रोनॉमी’ का दर्जा पाने के लिए शहरों को यह साबित करना होता है कि उनके भोजन और संस्कृति के बीच गहरा संबंध है। इसमें टिकाऊ खाद्य उत्पादन, पाक शिक्षा, पारंपरिक बाजारों का संरक्षण और नवाचार की उपस्थिति आवश्यक होती है।
यूनेस्को हर चार वर्षों में इन शहरों की समीक्षा करता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे निरंतर इन मानकों का पालन कर रहे हैं और सांस्कृतिक विकास को बढ़ावा दे रहे हैं।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- लखनऊ भारत का दूसरा शहर है जिसे ‘यूनेस्को क्रिएटिव सिटी ऑफ गैस्ट्रोनॉमी’ का दर्जा मिला (पहला हैदराबाद, 2019)।
- यह घोषणा यूनेस्को के 43वें महासम्मेलन के दौरान समरकंद, उज्बेकिस्तान में हुई।
- यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज़ नेटवर्क की स्थापना 2004 में हुई और इसमें अब 408 शहर शामिल हैं।
- अवधी पाकशैली के प्रसिद्ध व्यंजन: कबाब, बिरयानी, कोरमा और ‘दम पुख्त’।
लखनऊ की पाक यात्रा का वैश्विक भविष्य
यह मान्यता लखनऊ को वैश्विक पाक धरोहर और नवाचार के क्षेत्र में अग्रणी स्थान पर स्थापित करती है। चौक और हज़रतगंज की पारंपरिक गलियों से लेकर आधुनिक रेस्तरां तक फैली लखनऊ की खानपान संस्कृति, परंपरा और आधुनिकता का अद्वितीय संगम प्रस्तुत करती है।