रूस ने बारेंट्स सागर में ज़िरकॉन हाइपरसोनिक मिसाइल दागी, बेलारूस के साथ सैन्य अभ्यास जारी

रूस ने 14 सितंबर 2025 को जानकारी दी कि उसने बारेंट्स सागर में एक लक्ष्य पर अपनी अत्याधुनिक ज़िरकॉन (Tsirkon) हाइपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल से हमला किया है। यह हमला बेलारूस के साथ मिलकर किए जा रहे संयुक्त सैन्य अभ्यास “जापाद-2025” (Zapad-2025) के तहत किया गया, जिसका उद्देश्य आपसी सैन्य समन्वय और रक्षा क्षमताओं को मजबूत करना है।
जापाद-2025: रूस-बेलारूस का सामरिक अभ्यास
“जापाद” जिसका अर्थ है “पश्चिम”, रूस और बेलारूस की ओर से आयोजित किया जाने वाला एक सामरिक सैन्य अभ्यास है। यह अभ्यास 12 सितंबर से शुरू हुआ और इसका उद्देश्य संभावित हमले की स्थिति में आपसी सैन्य कमान और क्रियान्वयन क्षमता को परखना है। रूस के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यह अभ्यास पूरी तरह से रक्षात्मक प्रकृति का है और इसका उद्देश्य किसी भी नाटो सदस्य देश पर हमला करना नहीं है।
हालांकि, रूस द्वारा पोलैंड की सीमा में 9-10 सितंबर को ड्रोन भेजे जाने की घटना के बाद, नाटो ने “ईस्टर्न सेंट्री” (Eastern Sentry) नामक एक जवाबी ऑपरेशन की घोषणा की है, जिससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है।
ज़िरकॉन मिसाइल का परीक्षण
रूसी नौसेना की नॉर्दर्न फ्लीट के “एडमिरल गोलोवको” फ्रिगेट से ज़िरकॉन हाइपरसोनिक मिसाइल को दागा गया। रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी वीडियो में देखा गया कि मिसाइल को लंबवत दिशा से प्रक्षेपित किया गया और वह क्षितिज की ओर तेजी से बढ़ती चली गई।
मंत्रालय ने बताया कि “रियल टाइम” में प्राप्त ऑब्जेक्टिव मॉनिटरिंग डेटा के अनुसार, मिसाइल ने अपने लक्ष्य को सीधे टक्कर मारकर नष्ट कर दिया।
ज़िरकॉन को पहली बार सार्वजनिक रूप से राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 2019 में प्रदर्शित किया था। उन्होंने कहा था कि यह मिसाइल ध्वनि की गति से नौ गुना अधिक तेज़ गति से उड़ सकती है और 1,000 किलोमीटर से अधिक दूरी तक समुद्री और स्थलीय लक्ष्य को भेद सकती है।
अन्य हथियार प्रणालियों का उपयोग
इस सैन्य अभ्यास में रूस के सुपरसोनिक फाइटर-बॉम्बर सुखोई Su-34 विमानों ने भी भाग लिया और ज़मीनी ठिकानों पर बमबारी का अभ्यास किया। इसके साथ ही उत्तरी बेड़े की मिक्स्ड एविएशन कॉर्प्स के लॉन्ग-रेंज एंटी-सबमरीन विमानों ने भी अभ्यास में भाग लिया, जिससे यह साफ़ है कि अभ्यास में जल, थल और वायु – तीनों स्तरों पर समन्वय किया जा रहा है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- ज़िरकॉन मिसाइल का रूसी नाम 3M22 Zircon है और नाटो द्वारा इसे SS-N-33 के रूप में नामित किया गया है।
- इसकी अनुमानित रेंज 400 से 1,000 किलोमीटर के बीच है और यह लगभग 300 से 400 किलोग्राम का वारहेड ले जाने में सक्षम है।
- ज़िरकॉन मिसाइल हाइपरसोनिक श्रेणी में आती है, जिसकी गति ध्वनि की गति से कई गुना अधिक होती है (Mach 9)।
- “जापाद” अभ्यास रूस और बेलारूस द्वारा हर चार साल में एक बार आयोजित किया जाता है और यह पश्चिमी सीमाओं पर रणनीतिक तैयारी का हिस्सा होता है।