रूस का राष्ट्रीय एकता दिवस: देशभक्ति और संप्रभुता का प्रतीक

रूस का राष्ट्रीय एकता दिवस: देशभक्ति और संप्रभुता का प्रतीक

4 नवम्बर को रूस ने अपना राष्ट्रीय एकता दिवस हर्षोल्लास से मनाया, जो वर्ष 1612 में पोलिश आक्रमणकारियों से क्रेमलिन की मुक्ति की स्मृति में मनाया जाता है। इस अवसर पर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मास्को में आयोजित एक भव्य समारोह की अगुवाई की और इस ऐतिहासिक घटना को आज के रूस की संप्रभुता की रक्षा के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया। यह दिन पूरे देश में देशभक्ति और एकता के भाव से मनाया जाता है।

राष्ट्रीय एकता दिवस का ऐतिहासिक संदर्भ

राष्ट्रीय एकता दिवस की जड़ें वर्ष 1612 की उस घटना में हैं, जब व्यापारी कुजमा मिनिन और राजकुमार दिमित्री पोज़ार्स्की के नेतृत्व में एक स्वैच्छिक सेना ने मास्को के क्रेमलिन से विदेशी सेनाओं को बाहर खदेड़ दिया था। इस विजय के बाद रूस में राजनीतिक अस्थिरता के दौर “टाइम ऑफ ट्रबल्स” का अंत हुआ और रोमानोव वंश के मिखाइल प्रथम को राजा चुना गया। यह दिन रूसी जनता की एकता, संघर्षशीलता और विदेशी प्रभुत्व के विरोध की भावना का प्रतीक बन गया।

संप्रभुता और देशभक्ति पर पुतिन का संदेश

रेड स्क्वायर पर आयोजित पुष्पांजलि समारोह के दौरान राष्ट्रपति पुतिन ने मिनिन और पोज़ार्स्की की प्रतिमा पर श्रद्धा अर्पित की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि “हम शांतिपूर्ण, रचनात्मक और वीरता पूर्ण उपलब्धियों के माध्यम से रूस की संप्रभुता, सम्मान और गरिमा की रक्षा कर रहे हैं।” इस अवसर पर रूस के पारंपरिक धर्मों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे, जिससे देश की धार्मिक और सांस्कृतिक एकता का संदेश भी प्रकट हुआ।

2005 से अब तक का विकास

राष्ट्रीय एकता दिवस को वर्ष 2005 में राष्ट्रपति पुतिन के कार्यकाल में शुरू किया गया था। इससे पहले 7 नवम्बर को “ग्रेट अक्टूबर सोशलिस्ट रिवोल्यूशन” की वर्षगांठ मनाई जाती थी, जिसे सोवियत काल के प्रतीक के रूप में देखा जाता था। शुरुआत में इस नए अवकाश को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएँ मिलीं, विशेषकर बुजुर्ग नागरिकों में जो पूर्व सोवियत परंपराओं के प्रति भावनात्मक रूप से जुड़े थे। परंतु समय के साथ यह दिवस युवाओं के बीच लोकप्रिय हुआ और अब यह रूस की पहचान और स्वतंत्रता की पुष्टि का दिन बन चुका है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • राष्ट्रीय एकता दिवस रूस में 1612 की क्रेमलिन मुक्ति की स्मृति में मनाया जाता है।
  • कुजमा मिनिन और राजकुमार पोज़ार्स्की की अगुवाई में स्वैच्छिक सेना ने यह विजय प्राप्त की थी।
  • यह अवकाश 2005 में “क्रांति दिवस” को प्रतिस्थापित करते हुए शुरू किया गया था।
  • 2025 में राष्ट्रपति पुतिन ने रेड स्क्वायर पर पुष्पांजलि अर्पित कर समारोह की अगुवाई की।

आधुनिक महत्व और राष्ट्रीय पहचान

राष्ट्रीय एकता दिवस आज के रूस में स्वतंत्रता, आस्था और आत्मबल के शाश्वत मूल्यों की पुनःस्थापना का दिन बन चुका है। यह न केवल ऐतिहासिक स्मृति को जीवित रखता है, बल्कि समकालीन चुनौतियों के बीच राष्ट्रीय एकता और वैश्विक मंच पर रूस की संप्रभुता के संदेश को भी बल देता है। सांस्कृतिक आयोजनों, परेड और सरकारी समारोहों के माध्यम से यह दिन समस्त राष्ट्र को एक सूत्र में बाँधने का कार्य करता है।

Originally written on November 6, 2025 and last modified on November 6, 2025.

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