रुपे कार्ड और कम मूल्य वाले BHIM-UPI लेनदेन के प्रचार के लिए योजना को मंजूरी दी गई
15 दिसंबर, 2021 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने रुपे डेबिट कार्ड और कम मूल्य वाले BHIM-UPI लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए 1,300 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दी।
मुख्य बिंदु
- इस योजना के तहत, भारत में 2,000 रुपये तक के कम मूल्य के BHIM-UPI लेनदेन को बढ़ावा दिया जाएगा।
- इस योजना के तहत, सरकार अधिग्रहण करने वाले बैंकों को लेनदेन के मूल्य (BHIM-UPI) का प्रतिशत भुगतान करके प्रोत्साहित करेगी जो रुपे डेबिट कार्ड और कम मूल्य वाले BHIM-UPI भुगतान मोड के माध्यम से किया जाता है।
- यह योजना एक वर्ष के लिए 1,300 करोड़ रुपये के अनुमानित वित्तीय परिव्यय पर लागू की जाएगी।
- यह बैंकों को एक मजबूत डिजिटल भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के साथ-साथ BHIM-UPI डिजिटल लेनदेन और RuPay डेबिट कार्ड को सभी क्षेत्रों और आबादी के क्षेत्रों में बढ़ावा देने की सुविधा प्रदान करेगा। यह भारत में डिजिटल भुगतान को और गहरा करेगा।
- यह योजना बैंक रहित और हाशिए पर रहने वाली आबादी को औपचारिक बैंकिंग और वित्तीय प्रणाली के बाहर भुगतान के डिजिटल तरीकों तक पहुंचने में मदद करेगी।
पृष्ठभूमि
यह योजना भारत में डिजिटल लेनदेन को और बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा 2021-22 के बजट के अनुरूप तैयार की गई है।
BHIM (Bharat Interface for Money)
भीम एक भारतीय मोबाइल भुगतान एप्प है। इसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा विकसित किया गया है। यह यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) पर आधारित है। इस एप्प को 30 दिसंबर, 2016 को लॉन्च किया गया था। यह एप्प बैंकों के माध्यम से सीधे ई-भुगतान की सुविधा प्रदान करता है और कैशलेस लेनदेन को प्रोत्साहित करता है। यह उन सभी भारतीय बैंकों का समर्थन करता है जो UPI का उपयोग करते हैं।
एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस (Unified Payments Interface – UPI)
UPI एक तत्काल रीयल-टाइम भुगतान प्रणाली है। इसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा विकसित किया गया है। यह इंटर-बैंक पर्सन-टू-मर्चेंट (P2M) लेनदेन और पीयर-टू-पीयर (P2P) की सुविधा प्रदान करता है। यह भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा विनियमित है।