राष्ट्र्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025: वैज्ञानिक उपलब्धियों का राष्ट्रीय सम्मान
भारत सरकार ने 25 अक्टूबर 2025 को वैज्ञानिक उपलब्धियों के लिए “राष्ट्र्रीय विज्ञान पुरस्कार” (Rashtriya Vigyan Puraskar – RVP) की घोषणा की। यह पुरस्कार प्रणाली पद्म पुरस्कारों की तर्ज पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों और टीमों को सम्मानित करने हेतु शुरू की गई है। इस वर्ष 24 व्यक्तियों और एक टीम को इन प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा गया है।
पुरस्कारों की श्रेणियाँ और विजेता
राष्ट्र्रीय विज्ञान पुरस्कार चार श्रेणियों में दिए जाते हैं — विज्ञान रत्न, विज्ञान श्री, विज्ञान युवा और विज्ञान टीम पुरस्कार। प्रत्येक श्रेणी विशिष्ट वैज्ञानिक योगदान को पहचानती है।
विज्ञान रत्न पुरस्कार
इस वर्ष विज्ञान रत्न पुरस्कार प्रख्यात भौतिक विज्ञानी जयंत विष्णु नार्लीकर को मरणोपरांत प्रदान किया गया। उनका योगदान ब्रह्मांड विज्ञान और खगोल भौतिकी में अद्वितीय रहा है। वे वैज्ञानिक समाज के प्रेरणास्त्रोत रहे हैं।
विज्ञान श्री पुरस्कार
विज्ञान श्री पुरस्कार उन वैज्ञानिकों को दिया जाता है जिन्होंने अपने क्षेत्र में दीर्घकालीन और विशिष्ट योगदान दिया हो। इस वर्ष आठ वैज्ञानिकों को यह सम्मान प्राप्त हुआ:
- ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह
- युसुफ मोहम्मद शेख
- के. थंगराज
- प्रदीप थपलील
- अनिरुद्ध बलचंद्र पंडित
- वेंकटा मोहन
- महान एमजे
- जयन एन. (चंद्रयान-3 टीम से संबंधित)
विज्ञान युवा पुरस्कार
45 वर्ष से कम आयु के वैज्ञानिकों को असाधारण शोध और नवाचार के लिए यह पुरस्कार दिया जाता है। इस वर्ष 14 युवा वैज्ञानिकों को यह सम्मान प्रदान किया गया:
- जगदीस गुप्ता कपुगंती
- सतेंद्र कुमार मंगरौतिया
- देबरका सेनगुप्ता
- दीपा अगाशे
- दिव्येंदु दास
- वलिउर रहमान
- अर्पकप्रव बसु
- सब्यसाची मुखर्जी
- श्वेता प्रेम अग्रवाल
- सुरेश कुमार
- अमित कुमार अग्रवाल
- सुरहुद श्रीकांत मोरे
- अंकुर गर्ग
- मोहनशंकर शिवप्रकाशम
विज्ञान टीम पुरस्कार
यह पुरस्कार एक टीम को दिया जाता है जिसमें तीन या उससे अधिक वैज्ञानिक या शोधकर्ता शामिल होते हैं। इस वर्ष यह पुरस्कार “CSIR अरोमा मिशन” को प्रदान किया गया है, जिसने सुगंधित फसलों के माध्यम से ग्रामीण आजीविका को सशक्त करने की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किया है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- • राष्ट्र्रीय विज्ञान पुरस्कार की शुरुआत वर्ष 2023 में की गई थी।
- • पहला RVP समारोह अगस्त 2024 में राष्ट्रपति भवन में आयोजित हुआ था।
- • पुरस्कार चयन की प्रक्रिया स्वतंत्र समिति के माध्यम से होती है जिसे प्रधानमंत्री के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार नेतृत्व प्रदान करते हैं।
- • विज्ञान युवा पुरस्कार के लिए पात्रता की अधिकतम आयु 45 वर्ष निर्धारित है।
इन पुरस्कारों का उद्देश्य वैज्ञानिकों को उनकी उपलब्धियों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता देना और देश में वैज्ञानिक अनुसंधान को प्रोत्साहित करना है। हालांकि, पिछले वर्ष चयन प्रक्रिया में निष्पक्षता को लेकर कुछ विवाद सामने आए थे, जिससे इस वर्ष की घोषणा दो महीने विलंब से की गई। फिर भी, इन पुरस्कारों की विश्वसनीयता और महत्व वैज्ञानिक समुदाय में एक सकारात्मक संकेत के रूप में देखी जा रही है।