राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025: भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियों का सम्मान

राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025: भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियों का सम्मान

भारत सरकार ने राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025 के विजेताओं की पूरी सूची जारी कर दी है। यह पुरस्कार देश के वैज्ञानिकों, प्रौद्योगिकीविदों और नवप्रवर्तकों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किए जाते हैं। इस वर्ष के विजेता भारत की बढ़ती वैज्ञानिक क्षमता और नवाचार की दिशा में हो रहे अग्रगामी प्रयासों का प्रमाण हैं।

राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार: एक परिचय

राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार की स्थापना उन वैज्ञानिक उपलब्धियों को मान्यता देने के लिए की गई है, जिन्होंने ज्ञान, नवाचार और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह पुरस्कार चार श्रेणियों में प्रदान किए जाते हैं:

  • विज्ञान रत्न (VR) – विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में जीवनपर्यंत उपलब्धियों के लिए
  • विज्ञान श्री (VS) – किसी भी वैज्ञानिक क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए
  • विज्ञान युवा-शांति स्वरूप भटनागर (VY-SSB) – 45 वर्ष से कम आयु के वैज्ञानिकों के लिए
  • विज्ञान टीम (VT) – तीन या अधिक सदस्यों की टीमों को उनके सहयोगात्मक कार्य के लिए

पुरस्कार भौतिकी, रसायन विज्ञान, चिकित्सा, पर्यावरण विज्ञान, इंजीनियरिंग, और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी सहित 13 वैज्ञानिक क्षेत्रों में प्रदान किए जाते हैं।

चयन प्रक्रिया

नामांकन 4 अक्टूबर से 17 नवंबर 2024 तक राष्ट्रीय पोर्टल के माध्यम से आमंत्रित किए गए थे। चयन प्रक्रिया एक उच्च स्तरीय समिति द्वारा संचालित की गई, जिसकी अध्यक्षता भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार ने की। इसमें विज्ञान विभागों के सचिव और वरिष्ठ वैज्ञानिक भी शामिल थे। पुरस्कारों का समन्वय राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार सचिवालय द्वारा किया गया।

वर्ष 2025 के प्रमुख विजेता

  • विज्ञान रत्न (VR):
    • भौतिकी: जयंत विष्णु नारलीकर (मरणोपरांत)
  • विज्ञान श्री (VS):
    • कृषि विज्ञान: ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह
    • परमाणु ऊर्जा: यूसुफ मोहम्मद शेख
    • जैविक विज्ञान: के. थंगराज
    • रसायन विज्ञान: प्रदीप थलप्पिल
    • इंजीनियरिंग: अनिरुद्ध भालचंद्र पंडित
    • पर्यावरण विज्ञान: एस. वेंकट मोहन
    • गणित एवं कंप्यूटर विज्ञान: महान एम.जे.
    • अंतरिक्ष विज्ञान: श्री जयेन एन
  • विज्ञान युवा-SSB (VY-SSB):
    • कृषि: जगदीस गुप्ता कपुगंती, डॉ. सतेन्द्र कुमार मंगरौतिया
    • जैविक विज्ञान: श्री देबर्का सेनगुप्ता, डॉ. दीपा आगाशे
    • रसायन विज्ञान: दिव्येंदु दास
    • पृथ्वी विज्ञान: वलीउर रहमान
    • इंजीनियरिंग: अर्कप्रव बसु
    • गणित एवं कंप्यूटर: सब्यसाची मुखर्जी, प्रो. श्वेता प्रेम अग्रवाल
    • चिकित्सा: सुरेश कुमार
    • भौतिकी: अमित कुमार अग्रवाल, प्रो. सुरहुद श्रीकांत मोरे
    • अंतरिक्ष विज्ञान: श्री अंकुर गर्ग
    • प्रौद्योगिकी और नवाचार: मोहनशंकर शिवप्रकाशम
  • विज्ञान टीम (VT):
    • कृषि विज्ञान: सीएसआईआर की “अरोमा मिशन” टीम

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025 में 13 वैज्ञानिक क्षेत्रों में उत्कृष्टता को मान्यता दी गई।
  • चार पुरस्कार श्रेणियाँ हैं: विज्ञान रत्न, विज्ञान श्री, विज्ञान युवा-SSB, और विज्ञान टीम।
  • प्रसिद्ध खगोल वैज्ञानिक जयंत विष्णु नारलीकर को मरणोपरांत विज्ञान रत्न से सम्मानित किया गया।
  • विज्ञान टीम पुरस्कार सीएसआईआर की अरोमा मिशन को कृषि विज्ञान श्रेणी में मिला।

राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025 के विजेता न केवल अपने क्षेत्र में अद्वितीय योगदान के प्रतीक हैं, बल्कि वे भारत की वैज्ञानिक प्रगति और नवाचार की दिशा में हो रहे परिवर्तन के वाहक भी हैं। ये पुरस्कार “विकसित भारत” के उस स्वप्न को मूर्त रूप देते हैं, जिसमें देश वैश्विक तकनीकी नेतृत्व में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।

Originally written on October 28, 2025 and last modified on October 28, 2025.

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