राष्ट्रीय बागवानी मेला 2021

राष्ट्रीय बागवानी मेला 8 फरवरी, 2021 से शुरू होगा। यह पांच दिवसीय कार्यक्रम है जो भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान (IIHR) परिसर में आयोजित किया जाएगा। पूरे भारत के लोग भी इस कार्यक्रम में भाग लेंगे।

राष्ट्रीय बागवानी मेला

  • राष्ट्रीय बागवानी मेला 2021  की थीम: ‘ स्टार्ट-अप और स्टैंड-अप इंडिया के लिए बागवानी’ है।
  • यह थीम किसानों को उद्यमी बनने के लिए प्रोत्साहित करने का प्रयास करती है।
  • इस मेले का आयोजन भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) और भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान (IIHR) द्वारा किया जाएगा।
  • यह वर्चुअली और ऑफ़लाइन भी आयोजित किया जाएगा।
  • COVID-19 महामारी के बीच, प्रतिभागियों की प्रविष्टि 30,000 तक सीमित है।
  • किसान 721 कृषि विज्ञान केंद्रों और 11 कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थानों की मदद से भी इस कार्यक्रम में भाग लेंगे।
  • लोगों को कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए, राज्य सरकारों के कृषि प्रशिक्षण केंद्रों में भी व्यवस्था की गई है।
  • इस आयोजन के दौरान, लगभग 211 लाइव प्रदर्शन दिखाए जाएंगे।
  • इस आयोजन के माध्यम से, किसान वैज्ञानिकों के साथ बातचीत भी कर सकते हैं।

भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान (IIHR)

यह एक स्वायत्त संगठन है। यह बागवानी के विभिन्न पहलुओं पर बुनियादी, रणनीतिक, अग्रिम और अनुप्रयुक्त अनुसंधान करने में कार्यरत्त है। इसका मुख्यालय कर्नाटक के बेंगलुरु में है। यह संस्थान भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) की सब्सिडियरी  है। यह कृषि मंत्रालय के नोडल प्रमुख के तहत काम करता है।

बागवानी

यह कृषि की एक शाखा है जिसमें सघन रूप से सुसंस्कृत पौधों को शामिल किया जाता है जो सीधे मनुष्य द्वारा भोजन, औषधीय प्रयोजनों और सौंदर्य इत्यादि के लिए उपयोग किए जाते हैं। इसमें फल, सब्जियां, जड़ी-बूटियां, फूल, सजावटी या विदेशी पौधे की खेती, उत्पादन और बिक्री शामिल है। एल.ए.च बेली को अमेरिकी बागवानी का पिता कहा जाता है। दूसरी ओर, एम.एच. मेरीगौड़ा को भारतीय बागवानी का पिता कहा जाता है। 

Originally written on February 6, 2021 and last modified on February 6, 2021.

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