रामायपट्टनम में बनेगा ₹1 लाख करोड़ का मेगा रिफाइनरी-पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स

रामायपट्टनम में बनेगा ₹1 लाख करोड़ का मेगा रिफाइनरी-पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स

भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) और ऑयल इंडिया लिमिटेड (OIL) ने आंध्र प्रदेश के नेल्लोर ज़िले के रामायपट्टनम में ₹1 लाख करोड़ की अनुमानित लागत वाली एक ग्रीनफील्ड रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स के विकास के लिए आपसी सहयोग का एक गैर-बाध्यकारी समझौता किया है। यह परियोजना न केवल भारत की रिफाइनिंग क्षमता को बढ़ाएगी, बल्कि दक्षिण भारत में उच्च मूल्य वाले रसायनों के उत्पादन की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम होगी।

उच्च क्षमता वाली रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल संयोजन

रामायपट्टनम में प्रस्तावित यह संयंत्र 9–12 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (MMTPA) की शोधन क्षमता रखेगा और इसमें 1.5 MMTPA की एथिलीन क्रैकर इकाई भी शामिल होगी — जो दक्षिण भारत में अपनी तरह की पहली इकाई होगी। इस परियोजना की पेट्रोकेमिकल तीव्रता 35% होगी, जिससे BPCL को उच्च मूल्य के रासायनिक उत्पादों में विस्तार का अवसर मिलेगा। वाणिज्यिक परिचालन 2030 की वित्तीय वर्ष तक शुरू होने की संभावना है।

रणनीतिक साझेदारी और निवेश ढांचा

इस समझौता ज्ञापन (MoU) के तहत BPCL और OIL कई साझेदारी मॉडल का अन्वेषण करेंगे, जिसमें OIL का इस परियोजना में अल्पांश हिस्सेदारी लेना भी शामिल हो सकता है। BPCL के निदेशक (रिफाइनरी) और कार्यवाहक चेयरमैन संजय खन्ना ने बताया कि इस परियोजना को पहले ही नियामकीय मंजूरियाँ मिल चुकी हैं, और आंध्र प्रदेश सरकार ने इसके लिए 6,000 एकड़ भूमि आवंटित कर दी है। यह मंजूरी ‘सरकारी आदेश संख्या 180’ के तहत दी गई है।

सहायक अवसंरचना और अतिरिक्त परियोजनाएं

BPCL, OIL और नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड (NRL) ने एक त्रिपक्षीय समझौते के तहत ₹3,500 करोड़ की लागत से सिलीगुड़ी से मुगलसराय (मुजफ्फरपुर के रास्ते) तक 700 किलोमीटर लंबी क्रॉस-कंट्री उत्पाद पाइपलाइन विकसित करने की योजना बनाई है। यह पाइपलाइन मोटर स्पिरिट, हाई-स्पीड डीजल और विमानन टरबाइन ईंधन के परिवहन में सहायक होगी, जिसमें BPCL की 50% हिस्सेदारी होगी।
इसके अतिरिक्त, BPCL ने कोच्चि में अपने अपकमिंग सॉलिड वेस्ट आधारित कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट से तैयार होने वाले फर्मेंटेड ऑर्गेनिक मैन्योर और लिक्विड फर्मेंटेड ऑर्गेनिक मैन्योर की आपूर्ति और व्यापार के लिए FACT के साथ एक समझौता भी किया है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • रामायपट्टनम रिफाइनरी परियोजना की लागत लगभग ₹1 लाख करोड़ है।
  • शोधन क्षमता 9–12 MMTPA और एथिलीन क्रैकर इकाई की क्षमता 1.5 MMTPA होगी।
  • वाणिज्यिक संचालन 2030 के वित्तीय वर्ष तक शुरू होने की संभावना है।
  • आंध्र प्रदेश सरकार ने परियोजना के लिए 6,000 एकड़ भूमि आवंटित की है।

आर्थिक और औद्योगिक प्रभाव

यह रिफाइनरी परियोजना दक्षिण आंध्र प्रदेश में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हजारों नौकरियाँ पैदा करेगी, साथ ही स्थानीय अवसंरचना और औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा देगी। बड़े पैमाने की रिफाइनरी में पेट्रोकेमिकल उत्पादन को एकीकृत करने से BPCL भारत को उच्च मूल्य वाले रसायनों में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मज़बूत करेगा। OIL के साथ साझेदारी संसाधन अनुकूलन और परिचालन दक्षता को बढ़ाएगी, जो सरकार के घरेलू रिफाइनिंग क्षमता विस्तार और ऊर्जा सुरक्षा के लक्ष्य के अनुरूप है।
यह परियोजना भारत को वैश्विक पेट्रोकेमिकल मानचित्र पर एक नई पहचान दिलाने की क्षमता रखती है और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विज़न को सशक्त करती है।

Originally written on October 29, 2025 and last modified on October 29, 2025.

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