रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में पहली बार मछली बिलाव की उपस्थिति दर्ज, जैव विविधता को मिला नया आयाम

राजस्थान के रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व (RVTR) में पहली बार मछली बिलाव (Fishing Cat) की उपस्थिति दर्ज की गई है, जो इस अभयारण्य की जैव विविधता के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि मानी जा रही है। यह दुर्लभ प्रजाति कैमरा ट्रैप के माध्यम से तब सामने आई जब क्षेत्रीय जीवविज्ञानी और डलेलपुरा टाइगर ट्रैकिंग टीम के सदस्य नियमित बाघ निगरानी गतिविधियों में जुटे थे।
बूंदी जिले के रामगढ़ रेंज में प्राप्त कैमरा साक्ष्य ने इस प्रजाति की मौजूदगी की पुष्टि की है। अब तक, रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में चार छोटी बिल्ली प्रजातियाँ — जंगल कैट, रस्‍टी-स्पॉटेड कैट, एशियाई वाइल्डकैट और कैराकल — पाई जाती थीं। मछली बिलाव के जुड़ने से अब यह संख्या पाँच हो गई है, जो यहां के मांसाहारी प्राणी समुदाय की विविधता को दर्शाता है।

मछली बिलाव: जलाशयों से जुड़ी दुर्लभ प्रजाति

मछली बिलाव (Prionailurus viverrinus) एक मध्य आकार की जंगली बिल्ली है, जिसे IUCN रेड लिस्ट में ‘असुरक्षित’ (Vulnerable) श्रेणी में रखा गया है। यह प्रजाति आमतौर पर दलदली क्षेत्रों, आर्द्रभूमियों और नदी किनारे के इलाकों में पाई जाती है। इसकी उपस्थिति यह संकेत देती है कि रामगढ़ विषधारी रिजर्व के जल स्रोत स्वस्थ और जैविक रूप से समृद्ध हैं।
क्षेत्रीय वन अधिकारी देवेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि यह खोज रामगढ़ को राजस्थान के एक महत्वपूर्ण जैव विविधता केंद्र के रूप में स्थापित करती है। यह रिजर्व न केवल बाघ और तेंदुए जैसे शीर्ष शिकारी जीवों का आवास है, बल्कि इसमें छोटे शिकारी भी रहते हैं जो पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

संरक्षक प्रयास और वैज्ञानिक निगरानी

रामगढ़ के सहायक वन संरक्षक नवीन नराणिया ने बताया कि यह उपलब्धि रामगढ़ रेंज की टीम की निरंतर मेहनत का परिणाम है। उन्होंने इस खोज को संरक्षण के लिए एक प्रेरक संकेत बताया और कहा कि भविष्य में निरंतर वैज्ञानिक निगरानी और संरक्षण कार्य आवश्यक होंगे।
फील्ड बायोलॉजिस्ट नयन उपाध्याय ने मछली बिलाव की कैमरा ट्रैप में तस्वीर आने को रिजर्व की जैव विविधता के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया। वहीं रेंज अधिकारी सुमित कनोड़िया ने कहा कि प्रजाति की सुरक्षा और निगरानी के लिए नियमित ट्रैकिंग की जाएगी।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • मछली बिलाव (Fishing Cat) को IUCN रेड लिस्ट में ‘असुरक्षित’ श्रेणी में रखा गया है।
  • यह प्रजाति आमतौर पर आर्द्रभूमि, नदी किनारे और दलदली क्षेत्रों में पाई जाती है।
  • रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व राजस्थान का चौथा टाइगर रिजर्व है, जिसकी स्थापना 2022 में हुई थी।
  • मछली बिलाव के साथ अब RVTR में पाँच छोटी बिल्ली प्रजातियाँ पाई जाती हैं।

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