राजस्थान सरकार ने शुरू किया “ई-स्वास्थ्य संवाद”: चिकित्सा शिक्षा में डिजिटल पारदर्शिता की नई पहल
राजस्थान सरकार ने चिकित्सा शिक्षा प्रणाली में पारदर्शिता, समन्वय और प्रशासनिक दक्षता को बढ़ावा देने के लिए एक नई डिजिटल संवाद पहल “ई-स्वास्थ्य संवाद” (e-Swasthya Samvad) की शुरुआत की है। यह पहल तकनीक-संचालित सुधारों की दिशा में राज्य की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जो स्वास्थ्य सेवाओं और नीतिगत कार्यान्वयन को अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
राज्य नेतृत्व के अंतर्गत नीतिगत पहल
“ई-स्वास्थ्य संवाद” मुख्यमंत्री “भजनलाल शर्मा” और चिकित्सा शिक्षा मंत्री “गजेन्द्र सिंह खींवसर” के निर्देशन में आरंभ किया गया है। अधिकारियों के अनुसार, इस पहल का उद्देश्य चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े नीति-निर्माताओं और संस्थानों के बीच संवाद को सरल और प्रभावी बनाना है।
त्वरित निर्णय हेतु डिजिटल इंटरफेस
चिकित्सा शिक्षा की प्रमुख सचिव “गायत्री राठौड़” ने बताया कि यह प्लेटफ़ॉर्म सभी हितधारकों को जोड़ने वाला समर्पित डिजिटल इंटरफेस होगा, जो त्वरित निर्णय लेने, स्वास्थ्य योजनाओं की निगरानी और नीतिगत निर्देशों के प्रभावी कार्यान्वयन में मदद करेगा। यह मंच रीयल-टाइम संवाद के माध्यम से प्रशासनिक निर्णयों को तेज़ी से लागू करने में सक्षम होगा।
सप्ताह में दो बार संरचित संवाद
चिकित्सा शिक्षा आयुक्त “नरेश गोयल” के अनुसार, “ई-स्वास्थ्य संवाद” सप्ताह में दो बार—मंगलवार और गुरुवार—वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित किया जाएगा। संवाद दो चरणों में होगा: पहले चरण में प्राचार्य, चिकित्सा अधीक्षक, पीएमओ और विभागाध्यक्षों जैसे वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे; दूसरे चरण में फैकल्टी, डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ, छात्रों और आम जनता से खुला संवाद होगा।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- डिजिटल गवर्नेंस प्लेटफॉर्म पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देते हैं।
- चिकित्सा शिक्षा भारतीय संघीय ढांचे में एक राज्य सूची का विषय है।
- CP-Grams केंद्र सरकार की प्रमुख लोक शिकायत निवारण प्रणाली है।
- प्रशासनिक समन्वय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का उपयोग बढ़ता जा रहा है।
शिकायत निवारण और जवाबदेही की प्रणाली
यह प्लेटफ़ॉर्म बजट घोषणाओं, मुख्यमंत्री कार्यालय के निर्देशों, CMIS और CP-Grams के माध्यम से प्राप्त शिकायतों, स्वास्थ्य योजनाओं के कार्यान्वयन, अधोसंरचना विकास, उपकरण खरीद और दिनचर्या के संचालन संबंधी मुद्दों पर चर्चा करेगा। हितधारक पूर्व में ऑनलाइन फॉर्म के माध्यम से अपने मुद्दे प्रस्तुत कर सकेंगे। बैठकों में लिए गए निर्णयों को तत्काल रिकॉर्ड किया जाएगा, और संबंधित अधिकारियों को 72 घंटे के भीतर कार्यवाही रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी, जिससे जवाबदेही सुनिश्चित की जा सकेगी।
“ई-स्वास्थ्य संवाद” राजस्थान की चिकित्सा शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और सहभागिता को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण डिजिटल कदम है, जो राज्य स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक जवाबदेह और कुशल बनाएगा।