यूरोप पहुँचे चीन के सुनहरे स्नब-नोज़ बंदर: कूटनीति का नया चेहरा
चीन के विशेष और दुर्लभ सुनहरे स्नब-नोज़ बंदर, जिनकी पहचान उनके नारंगी झबरीले बालों और नीले चेहरे से होती है, अब यूरोप में पहली बार कूटनीतिक प्रतिनिधियों के रूप में पांडा की तरह प्रस्तुत किए जा रहे हैं। ये बंदर केवल चीन के ठंडे मध्यवर्ती पर्वतीय क्षेत्रों में पाए जाते हैं और अब 10 वर्षों की अवधि के लिए फ्रांस और बेल्जियम के चिड़ियाघरों को सौंपे गए हैं।
पशु कूटनीति का नया अध्याय
यह पहल चीन और फ्रांस के बीच राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर शुरू की गई है। अप्रैल में तीन सुनहरे बंदर फ्रांस के ब्यूवल ज़ू में पहुंचे, जबकि मई में एक अन्य समूह बेल्जियम के पायरी डाइज़ा ज़ू में लाया गया। दोनों स्थानों पर आगमन के समय पारंपरिक चीनी सजावट और झंडों से स्वागत किया गया।
एक महीने की क्वारंटीन अवधि के बाद इन बंदरों ने सार्वजनिक प्रदर्शन शुरू किया और अब तक उनकी स्वास्थ्य स्थिति सामान्य और अनुकूलन प्रक्रिया सफल रही है। पायरी डाइज़ा ज़ू में उनका निवास चीनी वास्तुकला पर आधारित बनाया गया है, जहां वे रस्सियों, लकड़ी के लट्ठों और छतों पर उछलते-कूदते देखे जा सकते हैं।
वैज्ञानिक सहयोग और संरक्षण प्रयास
ब्यूवल ज़ू और चीन के अधिकारियों के बीच अब पांडा संरक्षण मॉडल की तर्ज पर संयुक्त अनुसंधान और संरक्षण कार्यक्रमों की योजना बनाई जा रही है। इसका उद्देश्य इन संकटग्रस्त प्रजातियों की वैश्विक जागरूकता और दीर्घकालिक संरक्षण सुनिश्चित करना है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह ‘सॉफ्ट पावर’ रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत जानवरों को कूटनीतिक संबंधों को प्रगाढ़ करने के माध्यम के रूप में उपयोग किया जाता है। हालांकि, कुछ विशेषज्ञ इस बात को लेकर चिंतित हैं कि लंबी दूरी की यात्रा और नई जलवायु में बदलाव जानवरों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- सुनहरे स्नब-नोज़ बंदर केवल चीन के मध्य और दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्रों (सिचुआन, हुबेई, गांसू, शांक्सी) में पाए जाते हैं।
- राष्ट्रीय खजाना माने जाने वाले ये बंदर अब तक केवल एशिया में ही सीमित थे; यूरोप में यह पहली उपस्थिति है।
- शेननोंगजिया नेशनल पार्क (हुबेई) में 1980 से चल रहे संरक्षण प्रयासों से इनकी संख्या तीन गुना बढ़कर 1,600 तक पहुँच गई है।
- चीन की वाइल्डलाइफ कंजर्वेशन एसोसिएशन के माध्यम से किए गए पशु ऋण समझौतों में एक हिस्सा उनके आवास संरक्षण हेतु उपयोग किया जाता है।
सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
हालाँकि पांडा वर्षों से चीन की “सॉफ्ट पावर” के प्रतीक रहे हैं, सुनहरे स्नब-नोज़ बंदर चीनी संस्कृति में कहीं अधिक गहराई से जुड़े हुए हैं। ये प्राचीन चित्रकला और साहित्य में विशेष स्थान रखते हैं, विशेषकर 16वीं सदी की प्रसिद्ध रचना “जर्नी टू द वेस्ट” के ‘मंकी किंग’ के रूप में।