यूरोपीय संघ में यात्रा के नियमों में बड़ा बदलाव: नॉन-ईयू नागरिकों के लिए शुरू हुआ बायोमेट्रिक एंट्री सिस्टम

8 अक्टूबर 2025 से यूरोपीय संघ (EU) के लिए यात्रा करने वाले गैर-यूरोपीय नागरिकों, जिनमें ब्रिटिश नागरिक भी शामिल हैं, को एक नई बायोमेट्रिक एंट्री प्रणाली (Entry/Exit System – EES) के अंतर्गत पंजीकरण कराना अनिवार्य हो गया है। यह प्रणाली EU की सीमा प्रबंधन को आधुनिक बनाने और अनियमित प्रवास पर नियंत्रण रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।
EES क्या है और इसका उद्देश्य क्या है?
EES एक इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम है जो यात्रियों के पासपोर्ट पर मैनुअल स्टैम्पिंग की आवश्यकता को समाप्त कर देगा। इसकी जगह, यात्रियों के व्यक्तिगत बायोमेट्रिक विवरण — जैसे कि फिंगरप्रिंट और चेहरे की छवि — एक डिजिटल डेटाबेस में दर्ज किए जाएंगे। यह सिस्टम यह सुनिश्चित करेगा कि बिना वीजा यात्रा करने वाले लोग 180 दिनों की अवधि में अधिकतम 90 दिनों के प्रवास नियम का पालन कर रहे हैं या नहीं।
इसका मुख्य उद्देश्य है:
- बाहरी सीमाओं का अधिक कुशल प्रबंधन
- अवैध प्रवास की रोकथाम
- पहचान धोखाधड़ी पर अंकुश
- ओवरस्टे करने वाले यात्रियों की पहचान
EES के अंतर्गत यात्रियों को क्या करना होगा?
- पहली बार शेंगेन क्षेत्र (Schengen Area) में प्रवेश करते समय यात्रियों को अपना पासपोर्ट स्कैन कराना होगा, फिंगरप्रिंट देना होगा और चेहरे की तस्वीर खिंचवानी होगी।
- बच्चों (12 वर्ष से कम आयु) का केवल फोटोग्राफ लिया जाएगा।
- प्रस्थान के समय यात्रियों का विवरण सिस्टम में दर्ज होगा, जिससे प्रवास की अवधि की पुष्टि हो सके।
- अगली बार यात्रा करने पर केवल चेहरे की बायोमेट्रिक पुष्टि ही पर्याप्त होगी।
- यह सेवा निशुल्क होगी।
कहां और कब होगा यह चेक?
- यह चेक हवाई अड्डों, समुद्री बंदरगाहों, ट्रेन टर्मिनलों और सड़क सीमाओं पर किया जाएगा।
- यूनाइटेड किंगडम से रवाना होने वाले यात्रियों के लिए, डोवर पोर्ट, फोक्सटन के यूरोटनल टर्मिनल, और लंदन सेंट पैंक्रास के यूरोस्टार टर्मिनल पर EES पंजीकरण अनिवार्य होगा। इसे फ्रांसीसी सीमा अधिकारी नियंत्रित करेंगे।
क्या इससे सीमा पर देरी होगी?
EU का कहना है कि EES को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा, जिससे लंबी कतारों से बचा जा सकेगा। साथ ही, यदि प्रक्रिया धीमी होती है तो सीमा अधिकारी अस्थायी रूप से चेक को रोक सकते हैं।
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डोवर और फोक्सटन में:
- 12 अक्टूबर से केवल मालवाहक और कोच ट्रैफिक पर EES लागू होगा।
- यात्री वाहनों की जांच नवंबर से शुरू होगी।
- यूरोस्टार पर: EES प्रक्रिया क्रमिक रूप से लागू की जाएगी।
ब्रिटेन सरकार ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे अपनी यात्रा के लिए अतिरिक्त समय रखें, जबकि रोड हॉलटेज एसोसिएशन ने व्यस्त समय में अधिक प्रतीक्षा की आशंका जताई है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- EES शेंगेन क्षेत्र (सिवाय आयरलैंड और साइप्रस के) और अन्य चार देशों — आइसलैंड, नॉर्वे, स्विट्ज़रलैंड, लिकटेंस्टीन — पर लागू होगा।
- यह प्रणाली 10 अप्रैल 2026 तक पूर्ण रूप से लागू हो जाएगी।
- EES के बाद 2026 के अंत तक ETIAS (European Travel Information and Authorisation System) भी लागू होगा, जिसमें गैर-शेंगेन नागरिकों को यात्रा से पहले €20 का शुल्क देकर पूर्व स्वीकृति लेनी होगी।