यूनेस्को को मिलेगा पहला अरब निदेशक: मिस्र के खालिद एल-अनानी की ऐतिहासिक नियुक्ति

यूनेस्को को मिलेगा पहला अरब निदेशक: मिस्र के खालिद एल-अनानी की ऐतिहासिक नियुक्ति

संयुक्त राष्ट्र की शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है, जहां पहली बार एक अरब नेता इसके प्रमुख पद की ओर अग्रसर हैं। मिस्र के पूर्व पर्यटन और पुरावशेष मंत्री, खालिद एल-अनानी को यूनेस्को की कार्यकारी बोर्ड द्वारा निदेशक-जनरल के रूप में नामांकित किया गया है। यदि अगले महीने उज्बेकिस्तान में होने वाली महासभा में यह नामांकन अनुमोदित होता है, तो एल-अनानी इस प्रतिष्ठित संगठन के पहले अरब प्रमुख बनेंगे।

खालिद एल-अनानी: एक विद्वान से वैश्विक नेतृत्व तक

54 वर्षीय खालिद एल-अनानी ने प्राचीन मिस्र के स्थलों में टूर गाइड के रूप में अपना करियर शुरू किया था। फ्रांस से डॉक्टरेट प्राप्त करने के बाद वे एक प्रसिद्ध इजिप्टोलॉजिस्ट बने और बाद में मिस्र सरकार में मंत्री के रूप में कार्य किया। उन्होंने 2016 से 2019 तक पुरावशेष मंत्री के रूप में और फिर 2021 तक पर्यटन और पुरावशेष मंत्री के रूप में कार्य किया। इस दौरान उन्होंने कई मेगा पर्यटन परियोजनाओं की शुरुआत की, जैसे काहिरा में नेशनल म्यूज़ियम ऑफ इजिप्शियन सिविलाइज़ेशन और यहूदी मंदिर का जीर्णोद्धार।
उनकी उम्मीदवारी को अरब लीग और अफ्रीकी संघ जैसे संगठनों का समर्थन प्राप्त हुआ है। मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सीसी ने इसे “मिस्र की कूटनीतिक और सांस्कृतिक उपलब्धियों में एक ऐतिहासिक सफलता” करार दिया है।

यूनेस्को की वर्तमान चुनौतियाँ और संभावनाएँ

यूनेस्को दुनिया भर में विश्व धरोहर स्थलों की सुरक्षा, शिक्षा के प्रसार, वैज्ञानिक अनुसंधान और सांस्कृतिक संरक्षण जैसे कार्यों के लिए प्रसिद्ध है। हालाँकि, हाल के वर्षों में यह संगठन विभिन्न विवादों और वित्तीय संकटों से जूझ रहा है। अमेरिका ने 2018 में यूनेस्को से बाहर निकलने का निर्णय लिया था, जिससे संगठन के बजट पर भारी असर पड़ा।
खालिद एल-अनानी ने यूनेस्को में सुधार की प्रतिबद्धता जताई है और अमेरिका को फिर से संगठन में शामिल कराने की कोशिश का आश्वासन दिया है। उन्होंने यह भी कहा है कि वे यहूदी-विरोधी और धार्मिक असहिष्णुता के खिलाफ यूनेस्को की गतिविधियों को और सशक्त करेंगे।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • यूनेस्को की स्थापना 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सांस्कृतिक और शैक्षिक सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी।
  • यूनेस्को का मुख्यालय पेरिस, फ्रांस में स्थित है।
  • यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में भारत की 40 से अधिक साइट्स शामिल हैं।
  • खालिद एल-अनानी यूनेस्को के पहले अरब और मिस्र से पहले निदेशक-जनरल होंगे।
Originally written on October 9, 2025 and last modified on October 9, 2025.

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