यूएई और चीन के बीच पहली डिजिटल मुद्रा लेनदेन: वैश्विक वित्त में नई दिशा
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने चीन के साथ अपनी पहली केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (CBDC) आधारित भुगतान प्रक्रिया पूरी कर इतिहास रच दिया है। यह उपलब्धि दोनों देशों के बीच डिजिटल वित्त और भुगतान आधुनिकीकरण में गहराते सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर मानी जा रही है।
‘जिस्र’ प्लेटफ़ॉर्म का शुभारंभ और डिजिटल भुगतान में क्रांति
अबू धाबी में हुई उच्च-स्तरीय बैठकों के दौरान यह ऐतिहासिक लेनदेन ‘जिस्र’ (Jisr) नामक नए प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से संपन्न हुआ। यह प्लेटफ़ॉर्म अमीराती और चीनी बैंकों की साझेदारी में तैयार किया गया है, जो CBDC आधारित त्वरित सीमा-पार भुगतान (cross-border settlement) को सक्षम बनाता है। इसका उद्देश्य लेनदेन की लागत को कम करना, सुरक्षा को बढ़ाना और अंतरराष्ट्रीय भुगतान प्रक्रिया को सरल बनाना है। वर्ष 2026 तक इसमें अन्य देशों के केंद्रीय बैंकों के शामिल होने की संभावना जताई गई है।
रियल-टाइम भुगतान प्रणालियों का आपसी एकीकरण
यूएई और चीन ने अपनी तत्काल भुगतान प्रणालियों (Instant Payment Systems) को आपस में जोड़ दिया है, जिससे 24×7 सुरक्षित और वास्तविक समय में सीमा-पार धन हस्तांतरण संभव हो सकेगा। यह प्रणाली न केवल व्यावसायिक भुगतान बल्कि छात्रों, प्रवासी नागरिकों और कंपनियों के बीच लेनदेन को भी सुगम बनाएगी। इस एकीकरण से दोनों देशों के बीच वित्तीय गतिविधियों की गति और विश्वसनीयता में उल्लेखनीय सुधार होगा।
‘जयवान–यूनियनपे’ प्रीपेड कार्ड का लॉन्च
डिजिटल सहयोग को और सशक्त करने के लिए नया ‘जयवान–यूनियनपे’ (Jaywan–UnionPay) प्रीपेड कार्ड भी लॉन्च किया गया है। यह मल्टी-स्कीम कार्ड वैश्विक स्वीकृति के साथ-साथ घरेलू निपटान (domestic settlement) की सुविधा भी प्रदान करता है। स्थानीय साझेदारी के तहत जारी किया गया यह कार्ड निवासियों और यात्रियों दोनों के लिए अंतरराष्ट्रीय और स्थानीय उपयोग को सरल और सुरक्षित बनाएगा।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- यूएई ने चीन के साथ अपनी पहली CBDC आधारित सीमा-पार भुगतान प्रक्रिया पूरी की।
- दोनों देशों की तत्काल भुगतान प्रणालियाँ (Instant Payment Systems) अब आपस में जुड़ चुकी हैं।
- जयवान–यूनियनपे प्रीपेड कार्ड वैश्विक और घरेलू दोनों स्तरों पर उपयोगी है।
- दोनों देशों के केंद्रीय बैंकों के बीच भुगतान सहयोग पर एक रणनीतिक समझौता (MoU) हुआ है।
रणनीतिक समझौता और भविष्य की दिशा
यूएई और चीन के केंद्रीय बैंकों ने भुगतान प्रौद्योगिकी और वित्तीय ढांचे में संयुक्त पहलों को बढ़ाने के लिए एक सहमति ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। दोनों पक्षों के नेतृत्व ने इसे द्विपक्षीय वित्तीय साझेदारी को मजबूत करने वाला कदम बताया। इन पहलों से न केवल सुरक्षित और तेज़ डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह सहयोग वैश्विक वित्तीय एकीकरण और नवाचार के नए मानक स्थापित करेगा।