यमन के पास UFO से टकराकर असफल हुई अमेरिकी हेलफायर मिसाइल: क्या है सच्चाई?

यमन के पास UFO से टकराकर असफल हुई अमेरिकी हेलफायर मिसाइल: क्या है सच्चाई?

हाल ही में अमेरिकी कांग्रेस में एक असाधारण वीडियो पेश किया गया, जिसने वाशिंगटन समेत पूरी दुनिया को चौंका दिया है। यह वीडियो अक्टूबर 2024 में यमन के तट के पास एक MQ-9 रीपर ड्रोन द्वारा रिकॉर्ड किया गया था, जिसमें एक अमेरिकी हेलफायर मिसाइल एक चमकदार अनजान वस्तु (UFO) से टकराकर बिना किसी प्रभाव के हट जाती है। इस घटना ने न केवल तकनीकी विशेषज्ञों बल्कि सांसदों और सुरक्षा विश्लेषकों को भी हैरत में डाल दिया है।

हेलफायर मिसाइल और UFO की मुठभेड़

वीडियो में देखा गया कि एक ड्रोन एक चमकती हुई गोलाकार वस्तु पर निगरानी कर रहा है। जब उस पर एक हेलफायर मिसाइल दागी जाती है, तो वह वस्तु न केवल नष्ट नहीं होती, बल्कि मिसाइल को अपने से टकराकर दूसरी दिशा में मोड़ देती है। प्रतिनिधि एना पौलीना लूना ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा कि यह मिसाइल हवा में ही विभाजित हो गई और वस्तु पर कोई असर नहीं हुआ।
प्रतिनिधि एरिक बर्लिसन ने इसे “चौंकाने वाला सबूत” बताया और कहा कि ऐसी तकनीक आज तक किसी भी ज्ञात अमेरिकी हथियार प्रणाली में नहीं देखी गई है। वहीं, UFO पत्रकार जॉर्ज नैप ने दावा किया कि इस तरह की घटनाओं के कई वीडियो सरकार के पास हैं, लेकिन उन्हें सार्वजनिक नहीं किया गया है।

2012 की एक और रहस्यमयी घटना

उसी सुनवाई में अमेरिकी वायुसेना के पूर्व अधिकारी डायलन बोरलैंड ने 2012 में लैंगली एयर फोर्स बेस के पास एक 100 फीट लंबे त्रिकोणीय UFO को देखने का दावा किया। उन्होंने इसे “लावा या प्लाज्मा” जैसे चमकदार पदार्थ का बना बताया और कहा कि उसके आसपास की हवा में बिजली जैसी सनसनाहट और तूफान जैसी गंध थी। उन्होंने आरोप लगाया कि इस घटना के बाद उनकी नौकरी पर असर पड़ा और उन पर साइबर हमलों की कोशिश की गई।

हेलफायर मिसाइल: तकनीकी विवरण

AGM-114 हेलफायर मिसाइल एक अत्याधुनिक, लेज़र-निर्देशित, सबसोनिक मिसाइल है, जिसे मुख्य रूप से टैंकों और बंकरों को नष्ट करने के लिए बनाया गया है। इसका उपयोग MQ-9 Reaper जैसे UAVs के साथ किया जाता है और यह विश्व की किसी भी ज्ञात टैंक प्रणाली को नष्ट करने में सक्षम मानी जाती है।
यह मिसाइल 7 से 11 किमी की दूरी तक मार कर सकती है और इसकी गति लगभग मैक 1.3 (450 मीटर/सेकंड) होती है। इसके नवीनतम संस्करण ‘Hellfire Romeo’ में सभी पिछले संस्करणों की विशेषताएं सम्मिलित हैं और यह कई प्रकार के हवाई, जलीय एवं स्थल-आधारित प्लेटफार्मों से लॉन्च किया जा सकता है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • AGM-114 हेलफायर मिसाइल का विकास अमेरिका ने 1972 में शुरू किया था।
  • यह मिसाइल अमेरिका सहित 30 से अधिक देशों द्वारा उपयोग की जाती है।
  • इसकी मार्गदर्शन प्रणाली लेज़र आधारित होती है, जिसे विमान से या जमीन से नियंत्रित किया जा सकता है।
  • MQ-9 रीपर ड्रोन एक अत्याधुनिक निगरानी और हमला करने वाला UAV है, जो अमेरिका की हवाई क्षमता का प्रमुख हिस्सा है।
Originally written on September 12, 2025 and last modified on September 12, 2025.

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