मोहम्मद अज़हरुद्दीन: क्रिकेट से राजनीति तक, अब तेलंगाना के मंत्री
पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान मोहम्मद अज़हरुद्दीन ने तेलंगाना की कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ली है। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार में वे अल्पसंख्यक समुदाय के पहले मंत्री बने हैं। यह शपथग्रहण समारोह राजभवन में राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा की अध्यक्षता में आयोजित हुआ, जिसमें कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की उपस्थिति रही। उनके शामिल होने से कैबिनेट की कुल संख्या 16 हो गई है, जबकि संवैधानिक सीमा के अनुसार दो और मंत्री शामिल किए जा सकते हैं।
अज़हरुद्दीन की नियुक्ति का राजनीतिक महत्व
अज़हरुद्दीन की मंत्री पद पर नियुक्ति का सीधा संबंध जुबली हिल्स उपचुनाव से है, जहां से वे कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे। इस सीट पर पहले बीआरएस विधायक मगंती गोपीनाथ का निधन हो चुका है। जुबली हिल्स क्षेत्र में एक लाख से अधिक मुस्लिम मतदाता हैं, और कांग्रेस को उम्मीद है कि अज़हरुद्दीन की उम्मीदवारी इस वर्ग का समर्थन मजबूत करेगी। इसके साथ ही पार्टी की रणनीति बिहार जैसे राज्यों में अल्पसंख्यक समुदाय के साथ जुड़ाव बढ़ाने की ओर भी संकेत देती है।
क्रिकेट से राजनीतिक जीवन तक का सफर
मोहम्मद अज़हरुद्दीन ने 1990 के दशक में भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी की और लगातार तीन विश्व कप (1992, 1996, 1999) में भारत का नेतृत्व किया। अपनी कलात्मक कलाईयों की बल्लेबाज़ी के लिए प्रसिद्ध अज़हर ने टेस्ट क्रिकेट में 6,000 से अधिक और वनडे में 9,000 से अधिक रन बनाए। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी का दामन थामा और 2009 में मुरादाबाद से लोकसभा सांसद चुने गए। उनकी वर्तमान भूमिका एक ऐसे सार्वजनिक जीवन की नई शुरुआत है, जो खेल और शासन दोनों क्षेत्रों में फैली हुई है।
कांग्रेस की अल्पसंख्यक रणनीति
तेलंगाना कांग्रेस की लंबे समय से मांग थी कि राज्य कैबिनेट में अल्पसंख्यक समुदाय को प्रतिनिधित्व दिया जाए। अज़हरुद्दीन को अगस्त 2025 में राज्यपाल कोटे से विधान परिषद (MLC) सदस्य के रूप में नामित किया गया था, हालांकि राज्यपाल की अंतिम स्वीकृति अभी प्रतीक्षित है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उनकी नियुक्ति कांग्रेस की समावेशी छवि को मज़बूती देगी और आगामी चुनावों में उसे बढ़त दिला सकती है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- मोहम्मद अज़हरुद्दीन ने भारत की कप्तानी तीन विश्व कपों (1992, 1996, 1999) में की।
- उन्होंने टेस्ट में 6,000+ और वनडे में 9,000+ रन बनाए हैं।
- 2025 में वे तेलंगाना की रेवंत रेड्डी कैबिनेट में पहले अल्पसंख्यक मंत्री बने।
- वे 2009–2014 के बीच मुरादाबाद से कांग्रेस सांसद रह चुके हैं।
तेलंगाना की राजनीति में अज़हरुद्दीन की वापसी न केवल कांग्रेस के शहरी आधार को पुनर्जीवित करने में सहायक हो सकती है, बल्कि यह खेल और राजनीति के बीच नेतृत्व और सेवा भावना की एक सेतु भी बन सकती है। उनकी छवि और अनुभव आगामी उपचुनाव में कांग्रेस को निर्णायक बढ़त दिला सकते हैं