मोदकेश्वर मंदिर, नासिक

मोदकेश्वर मंदिर, नासिक

मोदकेश्वर मंदिर भारत के महाराष्ट्र राज्य में स्थित एक हिंदू मंदिर है। इस मंदिर में भगवान गणपति की मूर्ति है। मूर्ति का मूल आकार `मोदक` है, इसलिए इसका नाम मोदकेश्वर है। नारियल और गुड़ से बनी एक विशेष मिठाई, मोदक, गणपति की पसंदीदा मानी जाती है। माना जाता है कि मंदिर में मूर्ति स्वयं उभरी हुई है और `स्वयंभू` के नाम से भी जानी जाती है।

मोदकेश्वर मंदिर का स्थान
यह रामकुंड से सड़क पर असरची वेस पर स्थित है। यह गोदावरी नदी के तट पर स्थित है। यह नासिक रोड स्टेशन से लगभग 8-10 किमी दूर स्थित है।

मोदकेश्वर मंदिर की पौराणिक कथा
पौराणिक कथा के अनुसार, इस मंदिर में मोदक मिलते थे। मन्दिर के मालिक विलास क्षेमकल्याणी के पूर्वज केशवराव क्षेमकल्याणी ने अब बन रहे मोदकेश्वर मंदिर के इस विशेष स्थान पर एक गणपति का सपना देखा। जब वह यहाँ आए तो उसे वास्तव में एक `स्वयंभू` गणपति मिला। तब से उनका परिवार मूर्ति की देखभाल कर रहा है। नासिक-वासियों को मूर्ति की दिव्यता पर बहुत विश्वास है, क्योंकि यह उनकी प्रार्थनाओं का उत्तर देने के लिए जाना जाता है।

मोदकेश्वर मंदिर का उत्सव
भाद्रपद में सभी दस दिनों में गणेश उत्सव यहाँ एक पर्व है। मोदकेश्वर मंदिर ने इस क्षेत्र को पवित्रता प्रदान की है। वर्तमान समय में स्थानीयता गतिविधियों से परेशान है।

Originally written on May 31, 2020 and last modified on May 31, 2020.

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