मिस यूनिवर्स 2025 का ताज मेक्सिको की फातिमा बॉश के नाम
थाईलैंड में आयोजित 74वें मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में मेक्सिको की फातिमा बॉश ने इतिहास रच दिया। उन्होंने सौ से अधिक देशों की प्रतिभागियों को पीछे छोड़ते हुए मिस यूनिवर्स 2025 का खिताब अपने नाम किया। यह जीत मेक्सिको के लिए विशेष है, क्योंकि पांच वर्षों बाद यह ताज फिर एक बार देश में लौटा है।
संघर्ष और आत्मविश्वास की मिसाल
25 वर्षीय फातिमा बॉश का जीवन संघर्ष, आत्मविश्वास और दृढ़ता का उदाहरण है। विल्लाहर्मोसा, तबास्को की रहने वाली बॉश ने बचपन से ही डिस्लेक्सिया, एडीएचडी और हाइपरएक्टिविटी जैसी स्थितियों से जूझते हुए अपने सपनों को आकार दिया। उन्होंने इन चुनौतियों को कमजोरी नहीं, बल्कि अपनी प्रेरणा बनाया और आत्म-स्वीकृति एवं सशक्तिकरण की आवाज़ बनीं।
शिक्षा और पेशेवर उपलब्धियाँ
फातिमा ने फैशन डिजाइन की पढ़ाई तीन देशों में की मेक्सिको, इटली और अमेरिका में। उन्होंने यूनिवर्सिडाद इबेरोअमेरिकाना (मेक्सिको), नुओवा अकादेमिया दी बेल्ले आर्ति (मिलान) और लिंडन इंस्टीट्यूट (वर्मोंट) से शिक्षा प्राप्त की। वे स्थायी फैशन (sustainable fashion) की समर्थक हैं और पुराने या त्यागे गए कपड़ों से नए परिधान बनाने की दिशा में काम करती हैं, जिससे उन्हें वैश्विक सराहना मिली है।
समाजसेवा और मानवीय पहल
फातिमा ने मात्र 14 वर्ष की आयु से ही सामाजिक कार्यों में भाग लेना शुरू कर दिया था। उन्होंने ‘कोराज़ोन मिग्रांते’ और ‘रूटा मोनार्का’ जैसी पहलों के माध्यम से बच्चों, प्रवासियों और वंचित समुदायों की सहायता की है। उनके इस निरंतर योगदान के कारण उन्हें मानवता और समावेशन के क्षेत्र में एक सशक्त आवाज़ के रूप में जाना जाता है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- फातिमा बॉश मिस यूनिवर्स मेक्सिको जीतने वाली अपने राज्य तबास्को की पहली महिला हैं।
- उन्होंने 100 से अधिक देशों की प्रतिभागियों को पछाड़कर मिस यूनिवर्स 2025 का ताज जीता।
- प्रतियोगिता थाईलैंड में आयोजित हुई, जहाँ थाईलैंड की प्रवीनार सिंह प्रथम रनर-अप रहीं।
- बॉश ने फैशन डिजाइन की शिक्षा मेक्सिको, इटली और अमेरिका में प्राप्त की।
अंतिम चरण और विवाद की झलक
फाइनल राउंड में फातिमा ने अपने प्रेरणादायक उत्तर से निर्णायकों को प्रभावित किया। उन्होंने युवाओं को आत्मविश्वास और अपनी मौलिकता पर भरोसा रखने की प्रेरणा दी। हालांकि फाइनल से ठीक पहले एक विवादास्पद क्षण भी आया, जब एक अधिकारी ने लाइव प्रसारण के दौरान उन्हें सार्वजनिक रूप से फटकार लगाई। इस घटना ने न केवल उनके धैर्य और संतुलित व्यवहार को उजागर किया, बल्कि उन्हें एक गरिमामय और सशक्त नेता के रूप में स्थापित किया।