मिजोरम में जंगल की आग : मुख्य बिंदु
भारतीय वायु सेना ने हाल ही में जंगल की आग को नियंत्रित करने के लिए बांबी बाल्टी से लैस दो Mi-17V5 हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं। दक्षिण मिजोरम की पहाड़ियों में जंगल की आग भड़की हुई है।
अधिकांश अग्नि प्रवण क्षेत्र
मिजोरम के लुंगलेई (Lunglei) और आइजोल, जहां जंगल की आग वर्तमान में उग्र है, फॉरेस्ट फायर डिजास्टर मैनेजमेंट रिपोर्ट, 2014 के अनुसार भारत में सबसे अधिक अग्नि प्रवण वाला क्षेत्र (most fire-prone zone) है। 2003 से 2016 के बीच अब तक लुंगलेई में 13,453 बार आग लग चुकी है।
मिजोरम में जंगल की आग
- राज्य का अग्नि मौसम (fire season) फरवरी और मई के बीच है।आग लगने की अधिकतम घटनाएं अप्रैल और मई के महीनों में बताई गई हैं।
- स्लैश एंड बर्न या शिफ्टिंग की खेती, कृषि अवशेष का जलाना, गैर-इमारती लकड़ी के संग्रह के कारण राज्य में जंगल की आग की संख्या में वृद्धि हुई है।
- 2021 में, अब तक, VIIRS (विजिबल इन्फ्रारेड इमेजिंग रेडिओमीटर सुइट)ने 1,604 आग की घटनाओं की सूचना दी है।
वन अग्नि आपदा प्रबंधन रिपोर्ट, 2014
- यह राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान, नई दिल्ली द्वारा तैयार किया गया था।
भारत में फॉरेस्ट फायर मैनेजमेंट को मजबूत करना
- यह पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और विश्व बैंक द्वारा संयुक्त रूप से तैयार किया गया था।
- कम से कम 60% भारतीय जिले जंगल की आग से प्रभावित हैं।
- उत्तर-पूर्वी भारत के राज्यों में इसकी सबसे बड़ी हिस्सेदारी है।
- मध्य भारत जंगल की आग से प्रभावित सबसे बड़ा क्षेत्र है।
Originally written on
April 27, 2021
and last modified on
April 27, 2021.