मिकिर जनजाति, असम

मिकिर जनजाति, असम

मिकिर जनजाति असम के कई हिस्सों और सिबसागर जिले के गोलाघाट उपखंड, खासी हिल्स, कामरूप, उत्तरी कछार पहाड़ियों और अबोंग में पाई जाती है। पूरे भारतीय उपमहाद्वीप के कुछ लोग उन्हें मिकिरी, मनचटी और कार्बी भी कहते हैं। मिकिर आदिवासी समुदाय भारतीय क्षेत्र की अनुसूचित जनजाति में से एक है। मिकिर आदिवासी समुदाय को कार्बी के रूप में संदर्भित किया गया है।

असम के विभिन्न स्थानों में निवास करने के अलावा, यह मिकिर आदिवासी समुदाय भारत के अन्य स्थानों जैसे मेघालय, नगालैंड आदि में पाया जाता है। मिकिर आदिवासी समुदाय के वैकल्पिक नाम कार्बी करबक, मनचटी, अर्लेंगम, पुता, मिकिरी, निहंग हैं।

मिकिर जनजातियों की वेशभूषा काफी विशिष्ट है। इन मिकिर जनजातियों के आवास भी विशेष हैं।

मिकिर जनजातीय समुदाय की भाषा को मकीर भाषा के रूप में जाना जाता है। इनके अलावा वे असमिया भाषा में बात करते हैं। मिकिर की इस भाषा का संबंध प्रसिद्ध टिबेटो-बर्मन भाषा समूह से है।

पूरे भारतीय उपमहाद्वीप के आदिवासी समुदायों की तरह, यह मकीर आदिवासी समुदाय खेती और किसानी से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों का व्यवस्य करते हैं।

Originally written on October 7, 2019 and last modified on October 7, 2019.

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