मानव विकास रिपोर्ट 2020 : मुख्य बिंदु

संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम ने हाल ही में मानव विकास रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट के अनुसार भारत मानव विकास सूचकांक में 189 देशों की सूची में 131वें स्थान पर है। भारत का मानव विकास सूचकांक 0.640 है। 2019 में भारत 130वें स्थान पर था।
रिपोर्ट के मुख्य बिंदु
- नॉर्वे, आयरलैंड और स्विट्जरलैंड ने रिपोर्ट में शीर्ष 3 स्थान हासिल किये हैं।इन देशों के बाद हांगकांग, आइसलैंड और जर्मनी क्रमशः चौथे, पांचवें और छठवें स्थान पर हैं।
- चीन 85वें स्थान पर और पाकिस्तान 154वें स्थान पर है।
- मानव विकास सूचकांक जन्म के समय जीवन प्रत्याशा, महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी और मातृ मृत्यु दर जैसे संकेतकों के आधार पर तैयार किया जाता है।
- इस रिपोर्ट के अनुसार भारत में जन्म के समय जीवन प्रत्याशा 8 है, मातृ मृत्यु अनुपात 174 है। मातृ मृत्यु अनुपात प्रति एक लाख जीवित जन्म पर मृत्यु है।भारत में संसद में महिलाओं का हिस्सा 11.6% (2017 तक) था।
- इस रिपोर्ट के अनुसार भारत ने 2012 और 2017 के बीच अपनी जीडीपी का 8% शिक्षा पर खर्च किया। भारत में साक्षरता दर अभी भी काफी कम 74% है।यह अन्य G20 देशों की तुलना में बहुत कम है।
- प्री-प्राइमरी स्कूलिंग का सकल नामांकन अनुपात 13% था।यह सेकेंडरी स्कूलिंग के लिए 75% और तृतीयक स्कूलिंग के लिए 27% था।
- महिलाओं की श्रेणी में श्रम बल की भागीदारी 2% थी और पुरुषों की श्रेणी में 78.8 प्रतिशत थी।श्रम बल की भागीदारी में लिंग अंतर लगभग 51.6% था जो बहुत अधिक है।
रिपोर्ट के बारे में
2020 में, निम्नलिखित थीम के तहत मानव विकास रिपोर्ट तैयार की गई :
थीम: मानव विकास और मानवविज्ञान (Human Development and Anthropocene)
मानव विकास रिपोर्ट पहली बार 1990 में भारतीय नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन और पाकिस्तानी अर्थशास्त्री महबूब उल हक द्वारा लांच की गई थी।
Originally written on
December 16, 2020
and last modified on
December 16, 2020.