महासागरों की वर्षा-वन पर संकट: ग्लोबल टिपिंग पॉइंट्स रिपोर्ट से उजागर होती जलवायु आपात स्थिति

ग्लोबल टिपिंग पॉइंट्स रिपोर्ट में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है—गर्म जलवायु में पनपने वाली मूंगा भित्तियाँ अब अपने तापीय सीमा बिंदु (Thermal Tipping Point) को पार कर चुकी हैं और इनके अप्रत्याशित विनाश की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 23 देशों के 160 वैज्ञानिकों द्वारा संकलित इस रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि जलवायु परिवर्तन के चलते हम एक “नई और खतरनाक वास्तविकता” में प्रवेश कर चुके हैं, जहां पृथ्वी की पारिस्थितिकी प्रणालियाँ एक के बाद एक ढहने के कगार पर हैं।
महासागर की नाजुक कड़ियाँ: मूंगा भित्तियाँ और उनका महत्व
मूंगा भित्तियों को महासागरों के वर्षा-वन कहा जाता है। ये जैव विविधता के लिए उतनी ही महत्वपूर्ण हैं जितनी भूमि पर वर्षा-वन। वैश्विक समुद्री प्रजातियों का लगभग 25% भाग इन्हीं पर निर्भर है और करीब एक अरब लोग भोजन, आय और तटीय सुरक्षा के लिए इनसे जुड़े हैं।
जनवरी 2023 से अब तक दुनिया भर की मूंगा भित्तियाँ चौथे वैश्विक “मास ब्लीचिंग” घटना का सामना कर रही हैं—84.4% भित्तियाँ, 82 देशों में, रिकॉर्ड गर्म समुद्री तापमान से प्रभावित हुई हैं। रिपोर्ट के अनुसार, 1.2°C तापीय सीमा पार हो चुकी है और अब इन मूंगों में “अपरिवर्तनीय विनाश” (Irreversible Dieback) की शुरुआत हो चुकी है।
अन्य पारिस्थितिकी प्रणालियाँ भी संकट में
रिपोर्ट में कहा गया है कि केवल मूंगा ही नहीं, बल्कि अन्य महत्त्वपूर्ण पारिस्थितिकी प्रणालियाँ भी tipping point के बेहद करीब हैं:
- अमेजन वर्षावन: 2°C से पहले ही व्यापक क्षरण का शिकार हो सकता है, जिससे वैश्विक जल और कार्बन चक्र पर भयावह प्रभाव पड़ेगा।
- एएमओसी (Atlantic Meridional Overturning Circulation): 2°C से पहले ढह सकता है, जिससे उत्तरी यूरोप में तीव्र ठंड और वैश्विक खाद्य व जल सुरक्षा पर संकट उत्पन्न होगा।
- भूमिगत पर्माफ्रॉस्ट, उप-ध्रुवीय सागरीय धाराएँ (SPG), पर्वतीय ग्लेशियर, बोरियल वन: ये सभी 1.5°C से 2°C तापमान के बीच tipping point तक पहुंच रहे हैं।
इन सभी प्रणालियों की आपसी निर्भरता एक ‘टिपिंग नेटवर्क’ बनाती है, यानी एक प्रणाली का असंतुलन दूसरी प्रणालियों के पतन को तेज़ कर सकता है—जिसे “Cascading Collapse” कहा गया है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- मूंगा भित्तियों से 1 अरब से अधिक लोग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होते हैं।
- 2023-24 में चौथी वैश्विक मूंगा ब्लीचिंग घटना रिकॉर्ड की गई है।
- अमेजन वर्षावन पृथ्वी के कुल वर्षा जल और कार्बन पुनर्चक्रण में केंद्रीय भूमिका निभाता है।
- AMOC के ढहने से यूरोप में कई दशकों तक भयंकर सर्दियाँ आ सकती हैं।