महाराष्ट्र में ‘महा क्राइमओएस एआई’ लॉन्च, साइबर अपराध से निपटने में नई क्रांति

महाराष्ट्र में ‘महा क्राइमओएस एआई’ लॉन्च, साइबर अपराध से निपटने में नई क्रांति

महाराष्ट्र ने तकनीक आधारित शासन की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए ‘महा क्राइमओएस एआई’ नामक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म की शुरुआत की है। यह पहल राज्य सरकार और माइक्रोसॉफ्ट के संयुक्त सहयोग से विकसित की गई है, जिसका उद्देश्य साइबर अपराधों की जांच को सशक्त बनाना, न्याय प्रक्रिया को तेज करना और ऑनलाइन धोखाधड़ी के पीड़ितों को सीधे राहत प्रदान करना है। बढ़ते डिजिटल अपराधों के दौर में इसे साइबर पुलिसिंग के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पहल माना जा रहा है।

राज्य–माइक्रोसॉफ्ट की साझेदारी और साइबर पुलिसिंग

महाराष्ट्र सरकार ने एआई सक्षम पुलिसिंग को बढ़ावा देने के लिए माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर महा क्राइमओएस एआई का विकास किया है। यह प्लेटफॉर्म साइबर अपराध मामलों की बढ़ती संख्या और जटिलता को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसे एक परिवर्तनकारी नवाचार बताते हुए कहा कि यह प्रणाली राज्य में साइबर अपराध के खिलाफ लड़ाई को पूरी तरह से नई दिशा देगी और कानून प्रवर्तन एजेंसियों की कार्यक्षमता को कई गुना बढ़ाएगी।

पीड़ितों के लिए एआई आधारित त्वरित सहायता

महा क्राइमओएस एआई का मुख्य फोकस साइबर अपराध और वित्तीय धोखाधड़ी के मामलों की तेज पहचान, जांच और समाधान पर है। यह प्लेटफॉर्म उन्नत डेटा एनालिटिक्स और एजेंटिक एआई टूल्स का उपयोग करता है, जिससे पुलिस टीमें डिजिटल सुरागों को तेजी से ट्रैक कर पाती हैं और विभिन्न एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित होता है। अधिकारियों के अनुसार इस प्रणाली से पीड़ितों को न्याय मिलने में लगने वाला समय काफी कम हो गया है और मामलों के निपटारे की गुणवत्ता भी बेहतर हुई है।

वैश्विक तकनीकी नेतृत्व से सराहना

माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे सार्वजनिक हित में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जिम्मेदार उपयोग का उत्कृष्ट उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि महा क्राइमओएस एआई जमीनी स्तर पर जांच अधिकारियों को सशक्त बनाता है और साइबर अपराध शिकायतों के तेज, पारदर्शी समाधान के माध्यम से नागरिकों का विश्वास मजबूत करता है। यह प्लेटफॉर्म नागपुर सहित कुछ क्षेत्रों में पायलट मामलों में पहले ही सकारात्मक परिणाम दिखा चुका है।

राज्यव्यापी विस्तार और डिजिटल शासन की दृष्टि

महा क्राइमओएस एआई को प्रारंभिक चरण में 23 पुलिस थानों में लागू किया गया था, जिसे अब तेजी से बढ़ाकर लगभग 1,100 पुलिस इकाइयों तक विस्तारित किया जा रहा है। यह पहल महाराष्ट्र की उस व्यापक डिजिटल शासन दृष्टि का हिस्सा है, जिसका केंद्र बिंदु नागरिक सुरक्षा और डिजिटल विश्वास को मजबूत करना है। इसके साथ ही, राज्य में तकनीक और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में बड़े निवेश की घोषणाएं भी की गई हैं, जो महाराष्ट्र को नवाचार आधारित सार्वजनिक प्रशासन में अग्रणी बनाने की दिशा में संकेत देती हैं।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • महा क्राइमओएस एआई भारत का पहला एआई आधारित साइबर अपराध जांच प्लेटफॉर्म है।
  • यह पहल महाराष्ट्र सरकार और माइक्रोसॉफ्ट के सहयोग से विकसित की गई है।
  • साइबर अपराध में ऑनलाइन धोखाधड़ी, पहचान की चोरी और डिजिटल ब्लैकमेल जैसे अपराध शामिल होते हैं।
  • एआई आधारित पुलिसिंग डेटा एनालिटिक्स के माध्यम से कानून व्यवस्था की दक्षता बढ़ाती है।

कुल मिलाकर, महा क्राइमओएस एआई की शुरुआत महाराष्ट्र में साइबर सुरक्षा और न्याय व्यवस्था के लिए एक मील का पत्थर है। यह न केवल अपराध जांच की गति और सटीकता बढ़ाता है, बल्कि डिजिटल युग में नागरिकों को सुरक्षित और भरोसेमंद प्रशासन देने की दिशा में भी एक मजबूत कदम साबित होता है।

Originally written on December 13, 2025 and last modified on December 13, 2025.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *