महाराष्ट्र: कुत्ते ‘कैनाइन पैरवोवायरस’ (canine parvovirus) से प्रभावित हुए

नवंबर 2021 में, अमरावती शहर में लगभग 2,000 पालतू और आवारा कुत्ते कैनाइन पैरवोवायरस (canine parvovirus) से प्रभावित हुए थे। पशु चिकित्सकों ने भी पालतू जानवरों के मालिकों को गंभीर प्रकोप के प्रति आगाह किया है।
कैनाइन पैरवोवायरस
- यह एक अत्यधिक संक्रामक वायरल बीमारी है, जो कुत्तों के लिए जानलेवा हो सकती है।
- यह वायरस कुत्तों के आंतों के मार्ग को प्रभावित करता है।
- छोटे कुत्ते इस वायरस के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।
- वायरस से जुड़े लक्षणों में शामिल हैं- उल्टी, खूनी दस्त, निर्जलीकरण, वजन घटना और सुस्ती।
अमरावती में मामले
- अमरावती में, नवंबर 2021 में लगभग 2000 पालतू और आवारा कुत्ते पैरवोवायरस से प्रभावित हुए थे।
- अमरावती स्थित WASA संरक्षण संगठन के अनुसार, सरकार द्वारा संचालित क्लिनिक को रिपोर्ट मिल रही है कि प्रतिदिन 20 कुत्ते इस वायरस से प्रभावित हो रहे हैं।
- विशेषज्ञों का मानना है कि कोविड-19 महामारी के कारण पालतू जानवरों में पैरवोवायरस के मामले बढ़ रहे हैं। महामारी के कारण कई पालतू जानवरों के मालिकों को अपने कुत्तों का समय पर टीकाकरण नहीं किया है।
- इसके अलावा, पिछले तीन वर्षों में, पशु जन्म नियंत्रण कार्यक्रम लागू नहीं किया गया है। इससे गली के कुत्तों में परवोवायरस के मामले बढ़ रहे हैं क्योंकि जन्म नियंत्रण कार्यक्रम आवारा कुत्तों की आबादी, कुत्ते के टीकाकरण और रेबीज को नियंत्रित करने में मदद करता है।
वाइरस का फैलाव
पैरवोवायरस संक्रमित कुत्ते के सीधे संपर्क से या किसी दूषित वस्तु के अप्रत्यक्ष संपर्क से फैलता है, जैसे संक्रमित कुत्तों को संभालने वाले लोगों के हाथ और कपड़े। वायरस अप्रत्यक्ष रूप से तब भी संचारित हो सकता है जब कुत्ते उस व्यक्ति के संपर्क में आते हैं, जो हाल ही में किसी संक्रमित कुत्ते के संपर्क में आया है।
Originally written on
December 21, 2021
and last modified on
December 21, 2021.