मलेशिया में भी अब यूपीआई से भुगतान संभव: भारत की डिजिटल पेमेंट प्रणाली का वैश्विक विस्तार
भारत की डिजिटल भुगतान प्रणाली को वैश्विक स्तर पर पहुंचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (NIPL) ने मलेशिया की रेज़रपे कर्लेक (Razorpay Curlec) कंपनी के साथ साझेदारी की है। इस समझौते के तहत अब भारतीय पर्यटक मलेशिया में अपने यूपीआई-सक्षम ऐप्स का उपयोग करके स्थानीय व्यापारियों को त्वरित और सुरक्षित भुगतान कर सकेंगे।
अंतरराष्ट्रीय लेन-देन को सरल बनाती नई पहल
यह साझेदारी “ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025” के दौरान घोषित की गई, जहां भारत के यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) और मलेशिया की भुगतान संरचना को जोड़ने की घोषणा की गई। इसके अंतर्गत रेज़रपे कर्लेक के नेटवर्क से जुड़े मलेशियाई व्यापारी अब सीधे मलेशियन रिंग्गिट में भारतीय यात्रियों से डिजिटल भुगतान स्वीकार कर सकेंगे। यह कदम न केवल पर्यटकों के लिए सहज भुगतान अनुभव सुनिश्चित करता है, बल्कि स्थानीय व्यापारियों को भी नियामक पालन के साथ आसान भुगतान समाधान उपलब्ध कराता है।
भारत की वैश्विक फिनटेक स्थिति को मजबूती
NIPL के प्रबंध निदेशक और सीईओ, रितेश शुक्ला ने इस पहल को “यूपीआई की अंतरराष्ट्रीय पहुंच का एक अहम मील का पत्थर” बताया। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि विदेशों में भारतीयों के लिए डिजिटल लेन-देन उतना ही सरल और भरोसेमंद हो जितना भारत में। यह कदम भारत की उस व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जिसमें यूपीआई को एशिया और अन्य क्षेत्रों में एक वैश्विक भुगतान मानक के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है।
रेज़रपे कर्लेक की भूमिका और आर्थिक प्रभाव
रेज़रपे के सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक, शशांक कुमार ने कहा कि यह साझेदारी “भारत के डिजिटल भुगतान नवाचार को मलेशिया तक पहुंचाने” का कार्य कर रही है, जिससे एक सीमा-रहित फिनटेक पारिस्थितिकी तंत्र निर्मित हो रहा है। यह सहयोग मलेशियाई व्यापारियों के लिए नए राजस्व के अवसर खोलता है और मलेशिया आने वाले भारतीय पर्यटकों व पेशेवरों के लिए भुगतान को अत्यंत सुविधाजनक बनाता है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- साझेदारी: एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (NIPL) और रेज़रपे कर्लेक।
 - लॉन्च अवसर: ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 में घोषणा।
 - उद्देश्य: भारतीय यात्रियों के लिए मलेशिया में यूपीआई भुगतान की सुविधा।
 - लाभ: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर त्वरित, सुरक्षित और अंतरसंचालनीय डिजिटल लेन-देन।
 
सीमा-रहित फिनटेक भविष्य की ओर
मलेशिया में यूपीआई एकीकरण, सिंगापुर, यूएई और नेपाल जैसे देशों में पहले से शुरू हो चुके यूपीआई अंतरराष्ट्रीय पहल का हिस्सा है। यह भारत के बढ़ते वैश्विक फिनटेक प्रभाव को दर्शाता है और इसके इंटरऑपरेबल, रियल-टाइम भुगतान प्रणाली की वैश्विक स्वीकार्यता को मजबूत करता है। जैसे-जैसे डिजिटल भुगतान प्रणाली सीमाओं के पार फैल रही है, भारत की यूपीआई मॉडल उभरते बाजारों में समावेशी और टिकाऊ नवाचार का मानक बनती जा रही है।