मणिपुर: शिरुई लिली महोत्सव 2025

मणिपुर सरकार द्वारा 20 से 24 मई 2025 तक उखरूल जिले में आयोजित होने वाला पांचवां राज्य स्तरीय शिरुई लिली महोत्सव, राज्य के प्रतीक पुष्प शिरुई लिली (Lilium mackliniae) की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में मनाया जा रहा है। यह महोत्सव न केवल इस दुर्लभ पुष्प के संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास है, बल्कि मणिपुर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, प्राकृतिक सौंदर्य और साहसिक पर्यटन को भी प्रदर्शित करता है।
सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक तैयारियाँ
महोत्सव के आयोजन के लिए मणिपुर पुलिस, बीएसएफ, एसएसबी और सेना की संयुक्त तैनाती की गई है। राज्य के पुलिस महानिदेशक राजीव सिंह ने स्वयं उखरूल का दो दिवसीय दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया। संवेदनशील क्षेत्रों में रोड ओपनिंग पार्टी (ROP) की तैनाती के साथ-साथ, यात्रियों के लिए विशेष काफिले की व्यवस्था भी की गई है ताकि वे सुरक्षित रूप से यात्रा कर सकें।
जातीय तनाव और चेतावनियाँ
हाल ही में, एक संगठन ‘कुकी-जो विलेज वॉलंटियर्स ईस्टर्न ज़ोन’ (KZVV-EZ) द्वारा मेइती समुदाय के लोगों को कुकी-जो क्षेत्रों में प्रवेश न करने की चेतावनी दी गई थी। हालांकि, मणिपुर पुलिस ने स्पष्ट किया कि ऐसा कोई संगठन अस्तित्व में नहीं है और यह चेतावनी निराधार है। पुलिस ने महोत्सव में सभी समुदायों की स्वतंत्र और सुरक्षित भागीदारी सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है।
सामाजिक मीडिया अभियान और पर्यटन प्रोत्साहन
मणिपुर पर्यटन विभाग ने स्थानीय प्रभावशाली व्यक्तियों और ब्लॉगर्स को उखरूल आमंत्रित कर एक सोशल मीडिया अभियान शुरू किया है, जिसका उद्देश्य लोगों में सुरक्षा के प्रति विश्वास बहाल करना है। ‘इंफालग्राम’ जैसे इंस्टाग्राम हैंडल्स ने उखरूल की यात्रा कर महोत्सव स्थलों का अवलोकन किया और सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी साझा की, जिससे लोगों में यात्रा के प्रति विश्वास बढ़ा है।
स्थानीय समुदाय की भागीदारी और आर्थिक प्रभाव
शिरुई गांव के लगभग 500 घरों में से 100 से अधिक होमस्टे और 300 से अधिक कैंपिंग सुविधाएं पर्यटकों के लिए उपलब्ध कराई गई हैं। 2022 में महोत्सव के दौरान 2.19 लाख से अधिक पर्यटक आए थे, जिनमें अधिकांश मेइती बहुल घाटी क्षेत्रों से थे। हालांकि, वर्तमान जातीय तनाव के चलते इस वर्ष पर्यटकों की संख्या में कमी की आशंका है, फिर भी स्थानीय समुदाय महोत्सव की तैयारियों में पूरी तरह से जुटा हुआ है।