मणिपुर में पावर और पर्यटन विकास पर राज्यपाल की पहल
मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने 27 अक्टूबर को राजभवन में एक महत्वपूर्ण श्रृंखला बैठकें आयोजित कीं, जिनमें राज्य की आधारभूत संरचना और पर्यटन से जुड़ी प्रमुख चुनौतियों पर चर्चा की गई। इन बैठकों में एनएचपीसी लिमिटेड और इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (IATO) के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
लोकटक जलविद्युत परियोजना के संचालन में चुनौतियाँ
एनएचपीसी के प्रोजेक्ट प्रमुख और हाल ही में नियुक्त जीएम (इलेक्ट्रिकल) गुरशरण सिंह ने राज्यपाल को लोकटक जलविद्युत परियोजना के संचालन में आ रही प्रमुख बाधाओं से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि परियोजना के आधुनिकीकरण और मरम्मत कार्यों के लिए आवश्यक भारी उपकरणों को लाने में परिवहन संबंधी कठिनाइयाँ हो रही हैं।
सिंह ने रखरखाव प्रणाली को उन्नत बनाने और परियोजना की विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए की जा रही पहलों की भी जानकारी दी। राज्यपाल ने इस पर गंभीरता से ध्यान देते हुए समयबद्ध मरम्मत कार्यों के महत्व को रेखांकित किया ताकि क्षेत्र को निरंतर विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।
विदेशी पर्यटकों के लिए प्रवेश परमिट प्रणाली पर सुधार की मांग
दोपहर में IATO मणिपुर के राज्य प्रभारी एच. राधाकृष्ण शर्मा चार अन्य सदस्यों के साथ राज्यपाल से मिले और विदेशी पर्यटकों के लिए Protected Area Permit (PAP) प्राप्त करने में आ रही कठिनाइयों को साझा किया। प्रतिनिधिमंडल ने सुझाव दिया कि वीज़ा प्रक्रिया के दौरान ही पूर्व-प्रवेश PAP आवेदन प्रणाली शुरू की जाए, साथ ही मान्यता प्राप्त टूर ऑपरेटरों और IATO सदस्यों को अपने ग्राहकों के लिए आवेदन करने की अनुमति दी जाए।
राज्यपाल ने संघ के सुझावों की सराहना की और टिकाऊ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उनके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने आश्वासन दिया कि पर्यटक परमिट प्रणाली को सरल और प्रभावी बनाने के लिए सुझाए गए सुधारों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- मणिपुर के राज्यपाल: अजय कुमार भल्ला
- NHPC की बैठक में चर्चा: लोकटक जलविद्युत परियोजना की मरम्मत और उपकरण परिवहन में कठिनाई
- IATO मणिपुर का सुझाव: विदेशी पर्यटकों के लिए PAP प्रणाली में सुधार
- प्रमुख सुझाव: वीज़ा प्रक्रिया के साथ PAP आवेदन, टूर ऑपरेटरों को प्रतिनिधित्व अधिकार
- बैठक तिथि: 27 अक्टूबर 2025
मणिपुर के विकास की दिशा में सशक्त संवाद
राज्यपाल अजय कुमार भल्ला की ये बैठकें मणिपुर की ऊर्जा क्षमता और पर्यटन संभावनाओं को सशक्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं। एक ओर जहां लोकटक परियोजना के संचालन में सुधार से ऊर्जा आपूर्ति बेहतर होगी, वहीं पर्यटन क्षेत्र में परमिट प्रणाली के सरलीकरण से राज्य में अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या में वृद्धि की उम्मीद है।