मणिपुर-नागालैंड सीमा पर ज़ुको घाटी (Dzukou Valley) में बड़े पैमाने पर आग लगी

मणिपुर-नागालैंड सीमा पर स्थित जुको घाटी में एक विशाल जंगल की आग ने पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुंचाया है।

भारत के कौन से राज्य में जंगल की आग का खतरा अधिक है?

फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया, 2020 के अनुसार छत्तीसगढ़, मिजोरम, मणिपुर, मध्य प्रदेश और ओडिशा के जंगल सबसे ज्यादा जंगल की आग की चपेट में हैं।

भारत में जंगल की आग कैसे लगती है?

जब भारत में MODIS और VIIRS उपकरणों (उपग्रहों पर स्थापित) द्वारा एक जंगल की आग का पता लगाया जाता है, तो इसकी सूचना भारतीय वन सर्वेक्षण (FSI) को दी जाती है। FSI डिजिटाइज्ड सीमाओं को ध्यान में रखते हुए डेटा का विश्लेषण करता है और सटीक जानकारी वन विभाग को देता है।

भारत में जंगल की आग का पता लगाने में कितना समय लगता है?

फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया के अनुसार आग को भांपने में और प्रभागीय वनाधिकारी तक पहुंचने में दो घंटे लगते हैं। पहले यह समय छह घंटे का था।

भारत में जंगल की आग का पता लगाने में MODIS और VIIRS की क्या भूमिका है?

MODIS का अर्थ Moderate Resolution Imaging Spectrometer है, यह नासा का उपकरण है। VIIRS का अर्थ Visible Infrared Imaging Radiometer Suite है। फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया के अनुसार, MODIS ने भारत में 29,547 आग की घटनाओं का पता लगाया है।

आग का पता लगाने वाले MODIS उपकरण कहां रखे गए हैं?

MODIS उपकरण को नासा के दो उपग्रहों जैसे टेरा और एक्वा में रखा गया है।

VIIRS आग का पता लगाने वाले उपकरणों को कहां रखा गया है?

VIIRS को Suomi NPP उपग्रह पर रखा गया है, यह नासा से सम्बंधित है।

Originally written on January 1, 2021 and last modified on January 1, 2021.

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