मंत्रिमंडल ने गन्ने के लिए अब तक के उच्चतम FRP को मंजूरी दी

मंत्रिमंडल ने गन्ने के लिए अब तक के उच्चतम FRP को मंजूरी दी

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 25 अगस्त, 2021 को गन्ना किसानों के लिए अब तक के उच्चतम उचित और लाभकारी मूल्य (Fair & Remunerative Price – FRP) को मंजूरी दी है।

मुख्य बिंदु

  • गन्ने का FRP 2021-22 के लिए बढ़ाकर 290 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। यह कीमत 10% रिकवरी पर आधारित होगी।
  • रिकवरी 9.5% से कम होने पर किसानों को 275 रुपये प्रति क्विंटल का FRP दिया जाएगा।
  • यह मंजूरी अब तक की सबसे अधिक FRPहै और इससे 5 करोड़ गन्ना किसानों और उनके आश्रितों को फायदा होगा।
  • इससे उन 5 लाख श्रमिकों को भी लाभ होगा जो चीनी मिलों और संबंधित सहायक गतिविधियों में कार्यरत हैं।
  • विपणन वर्ष अक्टूबर-सितंबर के लिए FRP में वृद्धि की गई है।

इथेनॉल सम्मिश्रण (Ethanol Blending)

हाल के वर्षों में इथेनॉल का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। फिलहाल पेट्रोल में 7.5-8% एथेनॉल मिलाया जाता है। पेट्रोल में मिश्रित इथेनॉल का प्रतिशत अगले 2-3 वर्षों में 20% से अधिक बढ़ने की संभावना है।

उचित और लाभकारी मूल्य (FRP) क्या है?

FRP वह न्यूनतम मूल्य है जिस पर चीनी मिलों द्वारा गन्ना किसानों से खरीदा जाता है। यह कीमत केंद्र सरकार द्वारा कृषि लागत और मूल्य आयोग ( Commission for Agricultural Costs and Prices – CACP) की सिफारिशों के आधार पर तय की जाती है। यह गन्ना (नियंत्रण) आदेश, 1966 के तहत निर्धारित किया जाता है। FRP उत्पादन की लागत, घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय कीमतों, मांग-आपूर्ति की स्थिति, अंतर-फसल मूल्य समता आदि जैसे विभिन्न कारकों पर विचार करके निर्धारित किया जाता है।

FRP का महत्व

FRP किसानों को मार्जिन प्रदान करता है, भले ही चीनी मिलें लाभ कमा रही हों या नहीं। यह कीमत पूरे देश में समान रूप से लागू है। हालांकि, कुछ राज्य जैसे हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और तमिलनाडु राज्य सलाह मूल्य की घोषणा करते हैं, जो आमतौर पर FRP से अधिक होता है।

Originally written on August 26, 2021 and last modified on August 26, 2021.

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